देहरादून के नामी बिल्डर ने की खुदकुशी, सुसाइड नोट में दो बड़े कारोबारियों को ठहराया जिम्मेदार

रैबार डेस्क: राजधानी देहरादून के जानेमाने बिल्डर सतेंद्र साहनी ने एक निर्माणाधीन इमारत से कूदकर आत्महत्या कर ली है। बिल्डर का शव निर्माणाधीन बिल्डिंग के नीचे मिला है। घटनास्थल से बिल्डर का सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें उसने अपनी आत्महत्या के लिए बड़े बिजनेसमैन को जिम्मेदार ठहराया है, जिनका साउथ अफ्रीका तक कनेक्शन है। पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है> परिजनों से पूछताछ की जा रही है, जो सुसाइड नोट मिली है, उसकी भी जांच की जा रही है>
जानकारी के मुताबिक बिल्डर सतेंद्र सिंह साहनी देहरादून में ही पैसिफिक गोल्फ सोसाइटी में रहते थे। शुक्रवार 24 मई को उन्होंने सोसाइटी के पास ही निर्माणधीन बिल्डिंग में सुसाइड कर लिया। परिजन सतेंद्र सिंह साहनी को लेकर हॉस्पिटल भी गए, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
सतेंद्र सिंह साहनी के पास जो सुसाइड नोट मिला है, उसमें उन्होंने अपनी आत्महत्या के लिए साउथ अफ्रीका के बड़े बिजनेसमैन को जिम्मेदार ठहराया है। सतेंद्र सिंह साहनी ने अपने सुसाइड नोट में अनिल गुप्ता और अजय गुप्ता नाम के बिजनेसमैन पर निर्माणाधीन परियोजना में भागीदार के एग्रीमेंट के खिलाफ हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया है। इसके अलावा सतेंद्र सिंह साहनी ने सुसाइड नोट में भाजपा के एक बड़े नेता बदलीत सोनी का नाम भी लिखा है। सुसाइड नोट में लिखा है कि बलजीत सोनी ने उन्हें प्रोजेक्ट के सिलसिले में अनिल गुप्ता से मिलवाया। हालांकि ससाइड नोट में ये भी जिक्र है कि बदलीजत सोनी के इरादे नेक और साफ थे
कारोबारियों का साउथ अफ्रीका कनेक्शन!
बिल्डर सतेंद्र साहनी के सुसाइड नोट में लिखा है कि वो दो नए प्रोजेक्ट शुरू करना चाहते थे, इसके लिए बलजीत सोनी ने उन्हें अनिल गुप्ता नाम के शख्स से मिलवाया। अनिल गुप्त ने प्रोजेक्ट की लागत का 85 फीसदी इनवेस्ट करने का वादा किया। एग्रीमेंट साइन होते ही जैसे एक प्रोजेक्ट पर काम शुरू हुआ तो इसके बाद अनिल गुप्ता खामोश हो गए औऱ कन्नी काटने लगे। इसके बाद अनिल गुप्ता की जगह उन्हीं का एक शख्स अजय गुप्ता प्रोजेक्ट में इनवॉल्व होने लगा और कामकाज में दखल देने लगा। अजय़ गुप्ता अपना रौब दिखाकर हम पर बेवजह दबाव बनाने लगा और धमकी देता रहा कि मेरे बारे में जानना है तो गूगल कर लो कि मैंने साउथ अफ्रीका में क्या किया है।
पीएम मोदी और सीएम धामी को संबोधित सुसाइड नोट में साहनी ने लिखा है कि इन दोनों प्रोजेक्ट में जनता का पैसा लगा है, लेकिन गुप्ता बंधुओं के साथ काम करना बहुत मुश्किल है, उके साथ काम नही किया जा सकता. लिहाजा बेनुगाही साबित करने के लिए मेरे पास सुसाइड के अलावा करोई रास्ता नहीं बचा है।