केदारनाथ में आवास तोड़े जाने से फूटा तीर्थपुरोहितों का गुस्सा, IAS को बनाया बंधक

रैबार डेस्क : तीर्थ पुरोहितों के आवास तोड़े जाने को लेकर केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहितों में गुस्सा है। आक्रोशित पुरोहितों ने केदरनाथ पहुंचे IAS व उत्तराखंड राज्य सूचना आयोग के सचिव अरविंद पांडे को बंधक बना दिया और उनके सामने विरोध जताया। करीब 2.5 घंटे तक विरोध प्रदर्शन के बाद जब ऊखीमठ एसडीएम ने मामले को शांत कराया, तब अरविंद पांडे को वहां से जाने दिया।
दरअसल इस वर्ष यात्रा शुरू होने से पहले केदरनाथ धाम में तीर्थ पुरोहितों के भवनों को बिना आपसी सहमति के तोड़ा गया था। मंदिर मार्ग पर बड़ी बड़ी नालियां बनाने के दौरान तीर्थ पुरोहितों की अस्थायी दुकानों को भी गिराया गया था। जिस समय ध्वस्तीकरण चल रहा था, तब अरविंद पांडे शासन में अपर सचिव थे। अब पांडे सूचना आयोग में सचिव हैं। बुधवार सुबह 8 बजे सचिव अरविंद पांडे के केदारनाथ धाम पहुंचने पर तीर्थ पुरोहित आक्रोशित हो गए और उन्हें मंदिर समिति के आवास पर बंधक बना लिया। तीर्थ पुरोहितों ने भवन तुड़वाने को लेकर आदेश पत्र दिखाने की मांग की। इस दौरान तीर्थपुरोहितों ने जमकर नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि ने कहा कि अपर सचिव रहते हुए अरविंद पांडे ने आदेश पत्र दिखाए बिना ही भवनों को तुड़वाया। जिसके विरोध में केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के दिन तीर्थ पुरोहितों ने धाम में अपने भवन और दुकानें बंद कर अपना विरोध प्रकट किया। बुधवार को अरविंद पांडे जब केदारनाथ दर्शन करने के लिए धाम पहुंचे तो उन्हें तीर्थ पुरोहितों के तीखे विरोध का सामना करना पड़ा।
सूचना मिलते ही जिला प्रशासन की ओर से एसडीएम ऊखीमठ अनिल शुक्ला वार्ता के लिए पहुंचे। उन्होंने तीर्थ पुरोहितों को समझाया, जिसके बाद तीर्थ पुरोहित और व्यापारी शांत हुए।