धराली आपदा प्रभावितों को तत्काल ₹5 लाख की मदद की घोषणा, सवाल ये कि लोकल लोग कहां हैं? लापता कितने हैं?

रैबार डेस्क: आपदाग्रस्त धराली में प्रभावितों को सिर्फ 5 हजार रुपए की मदद पर विवाद के बाद सीएम धामी ने बड़ी घोषणा की है। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने धराली के क्षतिग्रस्त मकानों की मरम्मत के लिए तत्काल 5 लाख रुपए की घोषणा की है जबकि मृतकों के परिजनों को भी 5 लाख रुपए के मुआवजे की घोषणा की है।
बता दें कि शुक्रवार को प्रशासन की टीम धराली गांव पहुंची थी और ग्रामीणों को 5000 की मदद की पेशकश की थी। जिस पर ग्रामीण भड़क गए थे। लोगों का आरोप था कि धराली में राहत सामग्री तक उपलब्ध नहीं हो पा रही और प्रशासन 5000 की मदद देकर आपदा प्रभावितों से मजाक कर रहा है। हालांकि उत्तरकाशी DM प्रशांत आर्य ने कहा था कि ये केवल फौरी मदद है, नुकसान का आंकलन आरके उचित मुआवजा दिया जाएगा।
मामला तूल पकड़ने पर सीएम धामी ने धाराली के क्षतिग्रस्त मकानों की मरम्मत के लिए तत्काल 5 लाख की मदद की घोषणा की है। साथ ही आपदा में मृतकों के परिजनों को भी 5 लाख रुपए के मुआवजे की घोषणा की है। ताकि उन्हें इस कठिन समय में आर्थिक सहारा मिल सके।
समिति का गठन
मुख्यमंत्री ने आपदा से प्रभावित ग्राम वासियों के पुनर्वास, समग्र पुनरुद्धार, एवं स्थायी आजीविका के सुदृढ़ीकरण के लिए एक तीन सदस्यीय समिति के गठन की घोषणा की है।
यह समिति धराली गांव के भविष्य के लिए दीर्घकालिक एवं प्रभावी नीति का खाका तैयार करेगी, जिससे स्थानीय समुदाय की सुरक्षा और आजीविका सुनिश्चित की जा सके।
कहां हैं स्थानीय लोग? अलग अलग आंकड़ों से कंफ्यूजन
आपदा से सबसे ज्यादा प्रभावित धराली में जिंदगी तलाशने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। अब तक 931 लोगों का रेस्क्यू किया गया है। राज्य सरकार के मुताबिक 3 लोगों की मौत हुई है जबकि सेना के मुताबिक 2 और शव मिले हैं। हालांकि लापता लोगों के बारे में अभी आंकड़ों का भ्रम है। राज्य सरकार के मुताबिक अभी 16 लोग लापता हैं, जबकि 50 यात्रियों और 200 लोकल लोगों को बचाना बाकी है। हालांकि सेना के मुताबिक लापता लोगों का आंकड़ा 100 तक हो सकता है, जबकि जिला प्रशासन 50 के लापता होने की बात कह रहा है।
बेली ब्रिज का काम जोरों पर
गंगनानी के समीप लिमचागाड़ में बेली ब्रिज बनाने का काम जोरों से चल रहा है। BRO, ITBP, सेना, SDRF की टीमें दिन रात भारी बारिश में भी पुल बनाने में जुटे हैं। आपदा के बाद क्षतिग्रस्त गंगोत्री हाइवे पर संपर्क स्थापित करने के लिहाज से ये पुल बेहद अहम माना जा रहा है। माना जा रहा है कि आज रात तक ये पुल तैयार हो जाएगा।