चमोली: DM-CDO के सामने अकड़कर बोला NH का अधिशाषी अभियंता, करवा लो FIR, मुझे देहरादून जाना है

रैबार डेस्क: उत्तराखंड में विभागीय अफसरों मनमर्जी पर उतर आए हैं। अभी पौड़ी में एनएच के अधिशाषी अभियंता पर लापरवाही बरतने में एफआईआर का मामला शांत भी नहीं हुआ कि अब चमोली में भी NH के अधिशाषी अभियंता ने डीएम और सीडीओ को खुली चुनौती दे डाली कि एफआईआर करानी है तो कराओ, मैं साइट पर नहीं जाऊंगा।
दरअसल चमोली के गैरसैंण विकासखंड में तहसील दिवस पर ये गजब वाकया देखने को मिला। तहसील दिवस के अवसर पर सीडीओ, जिलाधिकारी के अलावा तमाम विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे। इस दौरान क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि व जनता भी अपने क्षेत्र की समस्याओं को लेकर लेकर कार्यक्रम में पहुंचे थे। इस दौरान जिला पंचायत सदस्य सुरेश कुमार बिष्ट, ग्राम प्रधान मनोज नेगी व प्रधान अमरदीप व प्रधान सुरेंद्र नेगी ने दिवालीखाल से पांडुवाखाल तक सड़क की खस्ताहाल स्थिति व नालियों का निर्माण कार्य न किये जाने को लेकर सवाल किया। उन्होंने इसके लिए NH के अधिकारियों पर सवाल भी खड़े किए। लेकिन वहां मौजूद NH के अधिशासी अभियंता ओंकार पांडेय जनप्रतिनिधियों पर ही बिफर पड़े।
इसके बाद मामला शांत करते हुए सीडीओ और जिलाधिकारी संदीप तिवारी अधिशासी अभियंता ओंकार पांडेय को मौके पर जाकर सड़क की स्थिति का जायजा लेने के निर्देश दिए, लेकिन अधिशासी अभियंता पांडेय ने सीडीओ और जिलाधिकारी संदीप तिवारी को कहा कि वो अभी मौके पर नहीं जा सकते हैं, उन्हें देहरादून जाना है। सीडीओ ने अभियंता से तुरंत काम पूरा करने को कहा तो पहले उन्होंने आदेश मानने से इनकार किया, फिर जब सीडीओ ने ऐसे बर्ताव पर FIR करने की बात कही तो तैश में आकर अधिशाषी अभियंता ने सीडीओ व डीएम से कहा कि मेरे खिलाफ FIR कर लीजिए मुझे देहरादून जाना है। बाद में जनप्रतिनिधियों के विरोध के बाद उन्हें मौके पर सड़क की स्तिथि का जायजा लेने जनप्रतिनिधियों के साथ भेजा गया। अधिशाषी अभियंता के इस प्रकार के व्यवहार के खिलाफ जनप्रतिनिधियों में रोष देखने को मिला।
एई व जेई पर भी आपदा एक्ट में मुकदमा
तहसील दिवस के दौरान ब्रिडकुल के एई की अनुपस्थिति पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की और विभागीय कार्यों में लापरवाही बरतने तथा आपदा प्रबंधन कार्य प्रभावित होने पर सहायक अभियंता नरेश कुमार और कनिष्ठ अभियंता आशीष मलेठा (पीएमजीएसवाई ब्रिडकुल) के विरुद्ध आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005 की धाराओं में एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए। नैणी के ग्रामीणों की ओर से पूर्व प्रधान गजेंद्र सिंह रावत द्वारा कुछ निर्माण कार्यों पर आपत्ति जताई गई, जिस पर जिलाधिकारी ने कहा कि आपत्ति वाले कार्यों की सूची प्रस्तुत की जाए ताकि जांच कर आवश्यक कार्यवाही की जा सके।