पेपर लीक कांड: युवाओं के बीच पहुंचे DM-SSP, आंदोलन खत्म करने का प्रस्ताव ठुकराया, परीक्षा रद्द करने, CBI जांच की मांग पर अड़े

रैबार डेस्क: पेपर लीक सीबीआई जांच की मांग को लेकर युवाओं का प्रदर्शन पांचवें दिन भी जारी है। आज डीएम सविन बंसल औऱ एसएसपी अजय सिंह आंदोलन कररहे छात्रों के बीच पहुंचे। उन्होंने बेरोजगार संघ से वार्ता करते हुए धरना समाप्त करने की अपील की। लेकिन बेरोजगार युवाओं ने जिला प्रशासन के प्रस्ताव को ठुकरा दिया, और आंदोलन जारी रखने का फैसला लिया।
रविवार 21 सितंबर को हुई स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा में पेपर लीक प्रकरण की सीबीआई जांच कराने की मांग को लेकर बेरोजगार युवा आंदोलन की राह पर हैं। युवाओं को समझाने आज देहरादून के जिलाधिकारी सविन बंसल और एसएसपी अजय सिंह धरना स्थल पर पहुंचे। डीएम सविन ने कहा कि छात्र-छात्राओं का भविष्य हमारे लिए सर्वोच्च प्राथमिकता में है। इस मामले में जितने भी इनपुट आए, उसके आधार पर जांच एजेंसियों ने प्रारंभिक जांच करते हुए आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। और आगे भी इनपुट के आधार पर सख्त फैसले लिए जाएंगे। मामले की जांच के लिए एसआईटी बनाई गई है। एसएसपी अजय सिंह ने कहा कि एक महीने के भीतर हम इस केस के सभी पहलुओं को आपके सामने रखेंगे। जांच की निगरानी हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज करेंगे। एसएसपी ने युवाओं के धैर्य और अनुशासन की तारीफ की।
प्रशासन ने उन्होंने बेरोजगार संघ के पदाधिकारियों से वार्ता करते हुए धरना समाप्त करने की अपील की। लेकिन बेरोजगार युवाओं ने जिला प्रशासन के प्रस्ताव को ठुकरा दिया, और आंदोलन जारी रखने का फैसला लिया। इस दौरान बॉबी पंवार ने डीएम और एसएसपी से तर्क किया कि अगर नकल विरोधी कानून इतना ही सख्त है तो हाकम सिंह फिर सक्रिय कैसे हुआ? पेपर लीक के केस जहां से सामने आए उन कॉलेजों का संबंध बीजेपी नेताओं से क्यों है? पिछली बार के इनपुट देने के बाद भी आरोपियों पर सख्त एक्शन नहीं हुआ। बॉबी पंवार ने कहा कि अब तक कई बार एसआईटी जांच का झुनझुना दिया गया है, लेकिन इसकी जांच में आरोपी सजा पाने के बजाए जमानत पर खुला घूमते होते आए हैं। इसलिए सीबीआई जांच होनी चाहिए। बेरोजगार संघ ने कहा कि आप एक महीने जांच की बात कर रहे हैं, लेकिन इस परीक्षा में कई गड़बड़ियां हैं, लिहाजा ये परीक्षा तत्काल रद्द होनी चाहिए।