चमोली: पत्थर से कुचलकर की पत्नी की हत्या, गुलदार पर मढ़ दिया दोष, बच्चों ने खोल दी बाप की पोल
रैबार डेस्क: घरेलू विवाद में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की पत्थर से कुचलकर हत्या कर दी और शव को जंगल में पत्थरों के नीचे छुपा दिया। लोगों को शक न हो इसलिए उसने गांव में बात फैला दी उसकी पत्नी को गुलदार या भालू उछाकर ले गया। दो दिन बाद उसके बेटे और बेटी ने मां की खोजबीन की और पिता से सवाल-जवाब किए तो पूरे मामले की पोल खुल गई। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
घटना चमोली के नारायणबगड़ तहसील के छैकुड़ा गांव की है। 24 नवंबर को महावीर प्रसाद देवली की अपनी पत्नी दमयंती से मामलू बात पर विवाद हो गया। बात इतनी बढ़ गई कि महावीर ने गुस्से में पत्थर से वार कर पत्नी की हत्या कर दी और रात में ही पत्नी के शव को गांव से आधा किलोमीटर दूर एक गदेरे में पत्थरों से दबाकर घर आ गया। महावीर ने ग्रामीणों को बताया था कि वह जंगल से नहीं लौटी है। संभ है कि उसे भालू या गुलदार ने निवाला बना लिया होगा।
ग्रामीणों ने पूरे क्षेत्र में दमयंती देवी की तलाश की। सफलता नहीं मिलने पर पुलिस चौकी नारायणबगड़ में गुमशुदगी दर्ज कराई गई। पुलिस के अनुसार, देहरादून में रहने वाली महावीर की बेटी ने 24 नवंबर की शाम मां को फोन किया, लेकिन उधर से कोई जवाब नहीं आया। दूसरे दिन गांव की एक महिला को फोन कर ग्रामीणों को घर जाकर माता-पिता की सुध लेने को कहा। दयमंती का फोन घर के पास ही पड़ा था। महावीर घर पर नहीं था। इस पर बेटी ने अपने भाई विनय देवली को देहरादून से गांव भेजा। बेटे के सवाल पर पर भी महावीर भालू और गुलदार का शिकार होने की बात पर अड़ा रहा।
बुधवार सुबह गांव पहुंची पुलिस टीम को महावीर प्रसाद की गतिविधियां संदिग्ध लगी। बच्चों के लगातार सवाल और पुलिस की सख्ती से पूछताछ में महावीर ने सारा सच उगल दिया। उसने बताया कि 24 नवंबर को उसने बड़े पत्थर से पत्नी के चेहरे और सिर पर बार-बार प्रहार किया। मौत होने पर उसने शव को बोरे में डाला और घसीटते हुए पास के ही जंगल स्थित नाले में ले जाकर पत्थरों के नीचे नग्न अवस्था में दबा दिया।
