2025-12-29

अंकिता केस VIP मामला, BJP में अंदरूनी घमासान, इस नेता ने मांगा आरोपितों का इस्तीफा, प्रदेश अध्यक्ष को चुप रहने की सलाह

रैबार डेस्क : अंकिता भंडारी हत्याकांड में वीआईपी के नाम के खुलासे से उत्तराखंड की सियासत में खलबली मची हुई है। उर्मिला सनावर द्वारा बीजेपी के नेता दुष्यंत गौतम का नाम लिए जाने के बाद अब पार्टी के भीतर भी घमासान मचा है। पहले पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सरकार से इस मामले में गहन जांच की मांग की और अब बीकेटीसी के पूर्व अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने सीबीआई जांच की मांग के साथ आरोपित नेताओं को इस्तीफा देने की सलाह दी है। अजेंद्र अजय ने प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट को इस मामले पर चुप रहने की सलाह दे डाली है।

बता दें कि ज्वालापुर के पूर्व विधायक सुरेश राठौर की पत्नी उर्मिला सनावर ने फेसबुक लाइव में खुलासा किया था कि सुरेश राठौर ने उन्हें अंकिता केस के वीआईपी के बारे में बताया था। उर्मिला ने सुरेश राछौर और उसके बीच बातचीत की ऑडियो भी जारी की थी जिसमें कहा जा रहा था कि अंकिता भंडारी केस में वीआईपी कोई और नहीं बल्कि गट्टू यानी पार्टी प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम थे। हालांकि दुष्यंत गौतम ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनके खिलाफ झूठा दुष्प्रचार किया जा रहा है। इस मामले में विपक्ष सरकार पर लगातार हमलावर है। वहीं अब पार्टी के नेताओं ने भी सीबीआई जांच की मांग को लेकर पार्टी को असहज कर दिया है।

बदरी-केदार मंदिर समिति के पूर्व अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने पेसबुक पोस्ट पर अंकिता मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। अजेंद्र ने लिखा है कि अंकिता भंडारी मामला बेहद संवेदनशील औऱ गंभीर है। आम जनमानस में किसी तरह की कोई शंका न रहे इसके लिए इसके लिए जो भी कानूनी कार्रवाई या सीबीआई जांच जरूरी हो तो वो की जानी चाहिए। अजेंद्र ने ये भी लिखा कि इस प्रकरण में पार्टी को जो भी नेता दोषारोपित किए गए हैं उन्हें जन विश्वास को कायम रखने के लिए नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए।

अजेंद्र अजय ने पार्टी अध्यक्ष महेंद्र भट्ट को भी सलाह दे डाली कि हर मामले पर बोलना जरूरी नहीं है। पार्टी ने प्रवक्ता रखे हैं जो पार्टी का मत सामने रखते हैं। बता दें कि उर्मिला ने महेंद्र भट्ट का भी नाम लिया था कि उन्होंने उसे टिकट की पेशकश की थी। जिसके बाद महेंद्र भट्ट ने इस मामले को जातिवादी रंग दे डाला था। अजेंद्र ने ये बी कहा कि अंकिता मामले पर सोशल मीडिया में जो भी बयानबाजी हो रही है, वो पार्टी के लिए हानिकारक है।

अजेंद्र अजय की इस पोस्ट से भाजपा के भीतर ही सियासी घमासान मच सकता है। अजेंद्र अजय ने ऐसे मौके पर टिप्पणी की है जब कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों व कई सामाजिक संगठनों में सड़क पर उतर कर वीआईपी के खुलासे को लेकर निर्णायक जंग छेड़ दी है। इससे पहले हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत और पूर्व विधायक विजया बड़थ्वाल ने भी मामले की गहन जांच की मांग की थी। और अब अजेंद्र ने आरोपित नेताओं के इस्तीफे की मांग से नई बहस छेड़ दी है

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