बागेश्वर : रेहड़ी तोड़ने के मामले पर सीएम-डीएम का दखल, जिला प्रशासन ने सुनील को दिलाई नई रेहड़ी
बागेश्वर : बागेश्वर के सिमी नरगौल गांव के युवा सुनील कुमर की रेहड़ी तोड़े जाने के मामले पर मुख्यमंत्री से लेकर जिला प्रशासन हरकत में आया है। सोशल मीडिया पर ममला वायरल होने के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय ने बी संज्ञान लिया और आज जिला प्रशासन ने खुद सुनील कुमार को नई रेहड़ी देकर उसीक रोजी रोटी को पटरी पर लौटाया।
दरअसल बागेश्वर के सिमी नरगौल का रहने वाला सुनील कुमार कोरोन लॉकडाउन में लुधियाना से घर लौटा था। गांव में रहकर सुनील ने परिवार का पेट पालने के लिए रेहड़ी शुरू कर दी। रेहड़ी पर अंडे, मैगी, चाय आदि बेचकर गुजारा कर रहा था। लेकिन कुछ सिरफिरे लोगों को यह नागवार गुजरा और उन्होंने 9 अगस्त को रात के अंधेरे में सुनील की रेहड़ी को कुल्हाड़ी से काटकर 200 मीटर गहरी खाई मे फेंक दिया था। इससे सुनील की स्वरोजगार की उम्मीदों को करारा झटका लगा था।
अगले दिन यह मामला सोशल मीडिया पर तूल पकड़ने लगा। लोग सुनील को इंसाफ दिलाने की मांग करने लगे। इस मामले पर मुख्यमंत्री कार्यालय ने भी संज्ञान लिया। मुख्यंत्री के मीडिया सलाहकार रमेश भट्ट ने भी सोशल मीडिया पर पोस्ट करके दोषियों को सजा दिलाने की मांग की थी। मुख्यमंत्री ने भी जिला प्रशासन को उचित कार्रवाई के निर्देश दिए थे। आपके पोर्टल उत्तराखंड रैबार ने भी इस मुद्दे को उठाया था।
इस मामले पर संज्ञान लेते हुए आज बागेश्वर के डीएम विनीत कुमार सिमी नरगौल गांव पहुंचे। उन्होंने सुनील कुमार के प्रयासों की सराहना करते हुए एक नई रेहड़ी सुनील को भेंट की, जिससे उसका रोजगार चलता रहे। डीएम ने कहा कि इस घठना क आरोपियो की पहचान करने और उन्हें पकड़न के लिए एसडीएम स्तर पर टीम बनाई गई है। दोषियों पर जल्द कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी सोशल मीडिया पर जिला प्रशासन के इस कदम की सराहना करते हुए कहा है कि प्रदेश में स्वरोजगार करने के इच्छुक युवाओं के साथ इस तरह का बर्ताव बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सभी को युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करना चाहिए ताकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत का संकल्प पूरा किया जा सके।