ऑपरेशन सिंदूर में BSF की महिला जवानों ने दिखाया दम, भारी गोलीबारी से दुश्मन को खदेड़ा

रैबार डेस्क: ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हमार वीर जवानों ने दुश्मन को मुंह तोड़ जवाब दिया। इस मिशन में मातृशक्ति ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। बीएसएफ की महिला जवानों ने ताबड़तोड़ गोलीबारी करके दुश्मन के दांत खट्टे कर दिए। शायद ये पहली बार होगा जब बीएसएफ की महिला कार्मिकों को युद्ध के मोर्चे पर तैनात किया गया हो।
दरअसल बीएसएफ को सरहद के प्रहरी कह जाता है। किसी भी आपात स्थिति में चौकसी बरतत हुए सीमा की सुरक्षा का दायित्व बीएसएफ बखूभी निभाता आ रहा है। भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद जम्मू कश्मीर के सांबा में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर 7-8 मई की रात पाकिस्तान ने भारी गोलीबारी की। एक तरफ सेना पाकिस्तान को धूल चटाती रही तो दजूसरी तरफ बीएसएफ के जवान दुश्मन के दांत खट्टे करते रहे। सांबा सेक्टर में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान बीएसएफ ने घुसपैठ की एक बड़ी कोशिश को नाकाम कर दिया था। बीएसएफ के डीआईजी एमएस मंड ने कहा कि हमारे बहादुर जवानों ने उन्हें बहुत नुकसान पहुंचाया। हमारी महिला सैनिकों ने पुरुष जवानों के साथ में कंधे से कंधा मिलाकर बहुत अच्छा काम किया और वो फॉरवर्ड ऑपरेशन में भी थी और जो भी ड्यूटी उनको दी गई उन्होंने उसे स्वीकार किया। उन्होंने दुश्मन को इलाके से दौड़ा-दौड़ा कर भगाया है। यह बहुत ही बड़ी अचीवमेंट हैं और हमें उन पर गर्व है।
बीएसएफ के डीआईजी एसएस मंड ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा कि, हमारे बहादुर जवानों ने उन्हें बहुत नुकसान पहुंचाया है। हमें खुफिया जानकारी मिली थी कि एक बड़ा समूह घुसपैठ की कोशिश कर रहा है। हम उनके लिए तैयार थे और हमने 8 मई को उनका पता लगा लिया। वे 45-50 लोगों का ग्रुप था। वे हमारी जगहों की तरफ बढ़ रहे थे। हमने स्थिति का आकलन किया और हमने उन पर भारी गोलाबारी की। जैसी कि उम्मीद थी, उन्होंने अपनी चौकियों से भारी गोलीबारी के साथ जवाबी कार्रवाई की। हमने उन पर भारी और सटीक गोलीबारी की। यह एक खास कारण था। वे अपनी चौकियों से भागते हुए देखे गए। हमने उन्हें 1.5 घंटे में निपटा दिया। हमारे अधिकारी अग्रिम चौकियों पर सैनिकों के साथ मौजूद थे। डीआईजी एसएस मंड ने कहा कि यह हमारे सैनिकों के मनोबल को बहुत ऊंचा रखने का एक प्रमुख कारक था। हमने उनके बंकरों को तबाह कर दिया और उनकी फायर क्षमता को कम कर दिया। हमारे जवान अभी भी बहुत ही एनर्जी से भरे हुए हैं और अगर दुश्मन ने फिर से कोई कार्रवाई की, तो हम दस गुना ज्यादा ताकत से जवाबी कार्रवाई करेंगे
एसएस मंड ने कहा कि हमारी महिला कर्मियों ने पुरुष जवानों के साथ में कंधे से कंधा मिलाकर के पूरा सहयोग दिया है। हर जगह उन्होंने पूरे जोश के साथ हिस्सा लिया। वो फॉरवर्ड ऑपेरशन में थी और वो हमारे जो सीटीसी सेंटर है वो भी मेंटेन कर रही थीं। जो भी ड्यूटी उन्हें दी गई उन्होंने पूरे फर्ज के साथ उसे स्वीकार किया है। हमारी देश की बेटी को इनसे प्रेरणा लेनी चाहिए। दुश्मनों को उन्होंने इस इलाके से दौड़ा-दौड़ा कर भगाया है। हम सभी को उन पर गर्व हैं और हम उन्हें सैल्यूट करते हैं।