हेलिकॉप्टर से चारधाम पहुंचना हुआ महंगा, हेली किराए में 49 फीसदी की बढ़ोतरी

रैबार डेस्क: हेलीकॉप्टर के जरिए चारधाम की यात्रा करने वालों के लिए झटका देने वाली खबर है। उत्तराखंड सिविल एविएशन डेवलेपमेंट ऑतरिटी (UCADA) ने हेलीकॉप्टर सेवा का किराया 49 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है।
UCADA के सीईओ आशीष चौहान ने बताया कि किराया बढ़ोतरी का फैसला आवश्यक परिस्थितियों को ध्यान में रखकर लिया गया है। हाल के वर्षों में चारधाम यात्रा के दौरान हेलीकॉप्टर हादसों ने सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े किए थे। इसके चलते DGCA ने हेली सेवाओं के लिए कड़े मानक लागू किए हैं। इनमें ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन, पीटीजी कैमरे, एटीसी, वीएचएफ सेट, और सिलोमीटर जैसे तकनीकी सुधार शामिल हैं। साथ ही, देहरादून के सहस्त्रधारा और सिरसी में दो कंट्रोल रूम स्थापित किए जा रहे हैं, और 22 ऑपरेटरों की टीम उड़ानों पर नजर रखेगी। इन सभी उपायों के लिए अतिरिक्त लागत के कारण किराए में बढ़ोतरी की गई है।
हेली सेवाओं के किराए में बढ़ेतरी से चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को जेब ज्यादा ढीली करनी होगी। उदाहरण केतौर पर केदारनाथ धाम के लिए हेली किराए में भी 49 फीसदी बढ़ोतरी की गई है। यानी गुप्तकाशी से केदारनाथ आने और जाने के लिए 12,444 रुपये, फाटा से 8,900 रुपये और सिरसी से 8,500 रुपये देने होंगे, जबकि पहले गुप्तकाशी से यही किराया करीब साढ़े आठ हजार, फाटा और सिरसी से लगभग साढ़े छह हजार रुपये हुआ करता था।
15 सितंबर से शुरू होंगी हेली सेवाएं
चारधाम यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर सेवा 15 सितंबर से फिर से शुरू होने जा रही हैं। लगातार हादसों औऱ मानसून को देखते हुए सरकार ने चारधाम में हेली सेवाओं के संचालन पर रोक लगा दी थी। DGCA की अनुमति मिलते ही IRCTC की वेबसाइट पर 10 सितंबर से टिकट बुकिंग शुरू हो जाएगी। इस बार सात निजी हेली कंपनियों: पवन हंस, हिमालयन हेली, ट्रांस भारत, ग्लोबल विक्ट्रा, थंबी एविएशन, केस्ट्रल एविएशन, और एयरो एयरक्राफ्ट को सेवा संचालन की जिम्मेदारी सौंपी गई है।