आपदा के जख्मों पर स्वतंत्रता दिवस का मरहम, आपदा प्रभावित धराली गांव में रेस्क्यू टीमों के साथ ग्रामीणों ने किया ध्वजारोहण

रैबार डेस्क : देशभर में 79वें स्वतंत्रता दिवस की धूम है। वहीं आपदा से बुरी तरह जूझ रहे उत्तरकाशी के धराली गांव में भी राहत एवं बचाव कार्यों में जुटे कर्मियों के साथ ग्रामीणों ने समेश्वर देवता मंदिर के प्रांगण में जुट कर ध्वजारोहण किया। इस दौरान आपदा में मृत लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई और पीड़ितों के प्रति संवेदना प्रकट की गई।
5 अगस्त को खीरगाड़ में आई आपदा ने धराली बाजार का वजूद मिटा दिया था। तभ से मलबे में दबे लोगों की तलाश के लिए राहत और बचाव अभियान जारी है। प्रभावित लोग बेचैन हैं। अपनों को खोने का गम लोगों के चेहरे पर दिख रहा है, तो लापता लोगों के सकुशल मिलने की उमीद भी कम होती जा रही है।
आपदा के जख्मों पर मरहम लगाते हुए धराली गांव में स्थानीय लोगों ने रेस्क्यू टीमों के साथ समेश्वर मंदिर के प्रांगण में ध्वजारोहण किया। ध्वजारोहण के अवसर पर बड़ी संख्या में उपस्थित आपदा प्रभावितों ने देश की एकता और अखंडता को अक्षुण्ण बनाये की प्रतिबद्धता दोहराई। इस मौके पर आपदा के असर से एकजुट होकर उबरने और अतिशीघ्र सामान्य स्थिति बहाल करने का संकल्प व्यक्त किया गया। धराली में एसडीआरएफ के आईजी अरुण मोहन जोशी ने ध्वजारोहण कर आपदा प्रभावितों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। इस अवसर पर आपदा में मृत लोगों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित कर उनकी आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया तथा पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदनाएं प्रकट की गई।