आतंक का पर्याय बना खूंखार गुलदार पिंजरे में कैद, पौड़ी-श्रीनगर के ग्रामीणों ने ली राहत की सांस
रैबार डेस्क: पौड़ी से सटे गांवों में गुलदार के आतंक से लोगों को कुछ हद तक राहत मिली है। बीती देर रात खंडाह बछेली के पास एक गुलदार पिंजरे में कैद हुआ है। बता दें कि 20 नवंबर को कोटी गांव में गुलदार ने दिनदहाड़े महिला को निवाला बना दिया था औऱ अगले ही दिन एक महिला को घायल कर दिया था। जिसके बाद से क्षेत्र में गुलदार से दहशत बनी हुई थी। हालांकि अभी ये पुष्टि नहीं हुई है कि ये वही आदमखोर गुलदार है जिसने महिला का शिकार किया था। उधर महिला को मारने वाले गुलदार को आदमखोर घोषित कर दिया गया है।
बता दें कि पौड़ी औऱ श्रीनगर के बीच गुलदार के आतंक से लोग परेशान हैं। लोगों ने सड़क जाम कर गुलदार को मारने आर आतंक से छुटकारा दिनाने की मांग की थी। दो दिन पहले वन विभाग ने खंडाह, कोटी, नयालगढ़ में गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरे लगाए थे। 20 नवंबर को महिला का शिकारकरने वाले गुलदार को बुधवार को ही आदमखोर घोषित कर दिया गया था।
बीते बुधवार देर रात्रि लगभग दो से तीन बजे के बीच खंडाह बछेली के लगानु तोक में एक खूंखार गुलदार पिंजरे में कैद हुआ जिससे लोगों ने बड़ी राहत की सांस ली है। वन विभाग की गश्त टीम सुबह पांच बजे जब पिंजरा जांचने पहुंची तो वहां उन्हें गुलदार कैद मिला। हालांकि अभी ये स्पस्ठ नही हुआ कि ये आदमखोर गुलदार है या नहीं। फिलहाल गुलदार को नागदेव रेंज पौड़ी ले जाया गया है, जहां उसकी मेडिकल जांच के बाद सैंपल परीक्षण के लिए भारतीय वन्य जीव संस्थान देहरादून भेजे जाएंगे। यह वही हमलावर गुलदार है अथवा नहीं, मेडिकल जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
वन क्षेत्राधिकारी पौड़ी दिनेश चंद्र नौटियाल ने बताया कि कोटी गांव में हुई घटना के बाद हमलावर गुलदार को पकड़ने के लिए चार पिंजरे लगाए गए हैं। जिनमें दो कोटी गांव, एक नयालगढ और तीन दिन पूर्व लगानू तोक पर भी एक पिंजरा लगाया गया था। जिसमें बुधवार देर रात गुलदार कैद हुआ। गुलदार की उम्र लगभग चार वर्ष है।
