2025-09-21

हाकम रिटर्न्स: नकल माफिया हाकम सिंह फिर से गिरफ्तार, UKSSSC अभ्यर्थियों को पास करान का झांसा देकर मांगे थे 15-15 लाख रुपए

रैबार डेस्क:  देहरादून से बड़ी खबर है। प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल कराने वाला माफिया हाकम सिंह फिर से सक्रिय हो गया है। हालांकि इस बार परीक्षा से ठीक पहले हाकम पुलिस की गिरफ्त में आया है। देहरादून पुलिस और एसटीएफ के ज्वाइंट ऑपरेशन में खुलासा हुआ है कि हाकम सिंह अधीनस्थ सेवा आयोग की रविवार को होने वाली परीक्षा के नाम पर अभ्यर्थियों से 12 से 15 लाख रुपए की मांग कर रहा था।

उत्तराखंड में सख्त नकल विरोधी कानून लागू होने के बावजूद नकल माफिया हाकम सिंह बेखौफ होकर नकल को अंजाम देने की फिराक में था। 21 सितंबर 2025 को उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की स्नातक स्तरीय परीक्षा आयोजित कराई जा रही है। इसी को लेकर हाकम सिंह गैंग फिर से सक्रिय हुआ था। देहरादून पुलिस और एसटीएफ ने खुलासा किया है कि हाकम सिंह परीक्षा में नकल कराने के लिए अभ्यर्थियों से 12 से 15 लाख रुपए की मांग कर रहा था। लेकिन परीक्षा से दो दिन पहले उसके कारनामों की भनक एसटीएफ को लग चुकी थी। एसटीएफ हर संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखे हुए थी।

इस दौरान संयुक्त पुलिस टीम को 2 दिन पूर्व गोपनीय रूप से सूचना मिली कि उक्त परीक्षा के लिए कुछ लोगों द्वारा गिरोह बनाकर अभ्यर्थियों को धोखा देने की नीयत से उन्हें परीक्षा में पास करने का प्रलोभन देकर मोटी धनराशि की मांग की जा रही है। सूचना पर देहरादून पुलिस तथा एसटीएफ की संयुक्त टीम द्वारा गोपनीय रूप से जांच/सर्विलांस के माध्यम से जानकारी एकत्रित की गई तो जांच के दौरान पकंज गौड़ नाम के एक अभ्यर्थी का हाकम सिंह के संपर्क में होने की जानकारी प्राप्त हुई। पंकज गौड़ और हाकम सिंह ने अभ्यर्थियों से संपर्क कर उन्हें परीक्षा में पास कराने के एवज में 12 से 15 लाख रुपए की मांग की थी।

गोपनीय जांच के आधार पर पुलिस टीम द्वारा अभियुक्तो के संबंध में जानकारी एकत्रित करते हुए 02 अभियुक्तों 1- हाकम सिंह पुत्र केदार सिंह निवासी ग्राम लिवाड़ी , थाना मोरी जनपद उत्तरकाशी उम्र 42 और 2- पंकज गौड़ पुत्र केशवानंद गौड़ निवासी ग्राम कंडारी ब्लॉक नौगांव राजस्व थाना कंडारी बड़कोट उत्तरकाशी उम्र 32 वर्ष को पटेल नगर क्षेत्र से हिरासत में लिया गया। जिनके विरुद्ध कोतवाली पटेल नगर में नकल विरोधी कानून के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है।

अभियुक्तों से पूछताछ में पुलिस टीम को जानकारी प्राप्त हुई कि उक्त अभियुक्तों द्वारा अभ्यर्थियों को धोखा देने की नीयत से परीक्षा में पास कराने का प्रलोभन देकर उक्त पैसों की मांग की गयी थी, यदि परीक्षार्थियों का उक्त परीक्षाओं में चयन स्वतः हो जाता तो अभियुक्तों द्वारा उक्त पैसे को अपने पास स्वयं रख लिया जाता तथा अभ्यार्थियों का चयन न होने की दशा में अभियुक्तों द्वारा उक्त पैसे को आगे की परीक्षाओं में एडजस्ट करने के नाम उन्हें अपने झांसे में लेने की योजना थी। 

2022 के वीपीडीओ भर्ती घोटाले में भी नकल कराने के लिए हाकम सिंह को गिरफ्तार किया गया था। फिलहाल वह जमानत पर था।

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