2025-10-12

केदारनाथ में सोना चोरी पर फिर घमासान, गोदियाल का आरोप अपनी गाड़ी से केदारशिला दिल्ली ले गए , अजेंद्र ने कहा मानहानि का मुकदमा करूंगा

रैबार डेस्क:  केदारनाथ मंदिर सोना चोरी होने के मामले पर भले ही बदरी केदार मंदिर समिति को गढ़वाल कमिश्नर से क्लीन चिट मिल गई हो लेकिन इस मामले पर सियासी संग्राम थमने का नाम नहीं ले रहा। बीकेटीसी के पूर्व अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा है कि समिति के भूतपूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल इस मामले पर अनर्गल आरोप लगा रहे हैं, इसलिए उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा किया जाएगा। पलटवार करते हुए गोदियाल ने भी कहा है कि वे मुकदमे के लिए तैयार हैं, लेकिन ये भी आरोप लगाया कि पूर्व बीकेटीसी अध्यक्ष खुद अपने वाहन से केदारनाथ से शिला दिल्ली लेकर गए।

दरअसल पिछले साल केदारनाथ मंदिर से सोने की परत गायब होने का मामला तूल पकड़ा था। गणेश गोदियाल ने आरोप लगाया था केदारनाथ से सोना चोरी हुआ है। ये सब बीकेटीसी की निगरानी में हुआ। गढ़वाल कमिश्नर ने इस मामले की जांच की थी और बीकेटीसी को क्लीन चिट दी थी। अब पूर्व बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि क्लीन चिट दिए जाने के बावजूद, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और बीकेटीसी के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल लगातार समिति पर सवाल खड़े कर रहे हैं।  अजेंद्र अजय ने कहा कि दूसरों पर आरोप लगाने वाले गोदियाल पहले अपने गिरेबां में झांके। बीकेटीसी का सबसे बड़ा भर्ती घोटाला उन्हीं के अध्यक्ष रहते हुआ। कमिश्नर गढ़वाल की जांच में भी उनके कार्यकाल में हुए भ्रष्टाचार की पुष्टि हो चुकी है। अजेंद्र अजय ने कहा कि कांग्रेस नेता लगातार अनर्गल बयानबाजी कर दूसरों पर आरोप लगा रहे हैं। इसलिए हम उनेक खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज कर रहे हैं। जो भी तथ्य उनके पास हैं और जो भी आरोप वो लगा रहे हैं वो कोर्ट के समक्ष रखें तभी दूध का दूध और पानी का पानी होगा।

उधर गणेश गोदियाल ने पलटवार करते हुए कहा कि मैं मुकदमे की पहल का स्वागत करता हूं। गोदियाल ने कहा कि मंदिर समिति ने खुद प्रचारित किया कि मंदिर को इतना सोना दान में मिला है, जिसे दीवारों पर लगाया जा रहा है। गोदियाल ने ये भी आरोप लगाया कि सीएम धामी के निर्देश पर दिल्ली में बन रहे केदारनाथ मंदिर के लिए शिला ले जाई गई। तत्कालीन बीकेटीसी अध्यक्ष ने खुद केदारनाथ से शिला उतरवाई और अपनी गाड़ी में दिल्ली ले गए। गोदियाल ने कहा कि केदार शिला उत्तराखंड की आस्था और सम्मान का प्रतीक है, उसे आपको वापस लाना ही होगा।

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