एम्स ऋषिकेश में भर्ती गैंगस्टर विनय त्यागी की मौत, बदमाशों ने मारी थी गोलियां, उलझी गुत्थी
रैबार डेस्क: लक्सर फायरिंग में घायल हुए हिस्ट्रीशीटर विनय त्यागी की एम्स ऋषिकेश में मौत हो गई है। पुलिस ने गोली चलाने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। लेकिन इस पूरे मामले को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। गैंग्स्टर विनय त्यागी के परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। विनय की बेटी तन्वी त्यागी और बहन सीमा त्यागी का आरोप है कि यह हमला उत्तराखंड पुलिस की मिलीभगत से हुआ है।
हिस्ट्रीशीटर विनय त्यागी को चोरी के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार किया था, जिसकी 24 दिसंबर को कोर्ट में पेशी होनी थी। पुलिस अभिरक्षा में पेशी पर ले जाने के दौरान लक्सर हाइवे पर अचानक दो बाइक सवार बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी थी जिसमें विनय त्यागी गंभीर रूप से घायल हो गया था, उसे एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया था। 25 दिसंबर को पुलिस ने विनय पर हमला करने वाले दो आरोपियों सन्नी यादव उर्फ शेरा और अजय को गिरफ्तार किया था। लेकिन विनय की हालत गंभीर बनी हुई थी। शनविवार सुबह करीब 7 बजे विनय की मौत हो गई।
विनय पर इसलिए हुआ हमला
आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद हरिद्वार एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने वारदात को अंजाम देने के कारणों का भी खुलासा किया था। पुलिस पूछताछ में दोनों बदमाशों ने बताया था कि पैसे मांगने पर विनय त्यागी लगातार सन्नी यादव को जान से मरवाने की धमकी दे रहा था, जिस पर सन्नी काफी समय से विनय त्यागी की रेकी कर रहा था। घटना वाले दिन उसे जानकारी मिली कि विनय त्यागी को रुड़की जेल से लक्सर न्यायालय में पेशी पर लाया जाएगा। इसी जानकारी के आधार पर सन्नी ने अपने साथी अजय के साथ मिलकर बदले की नीयत से घटना को अंजाम दिया था।
चोरी के आरोप में गैंगस्टर विनय की हुई थी गिरफ्तारी
हिस्ट्रीशीटर क्रिमिनल विनय त्यागी पर उत्तराखंड, दिल्ली, उत्तर प्रदेश समेत तमाम जगहों पर हत्या, अपहरण, लूट, धमकी, गैंगस्टर एक्ट के करीब 58 मामले दर्ज थे। लेकिन सितंबर 2025 में उसे एक बैग चोरी के साधारण आरोप में गिरफ्तार किया गया था। दरअसल तब विनय त्यागी देहरादून नेहरू कॉलोनी में अपने डॉक्टर दोस्त के घर पर था। इस बीच 15 सितंबर को उस डॉक्टर दोस्त ने ही विनय त्यागी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया कि उसने उनकी कार से बैग चोरी किया है। पुलिस ने तत्काल मामले में मुकदमा दर्ज किया और 29 सितंबर को विनय त्यागी को मय बैग गिरफ्तार कर लिया। सारी रकम और सोने-चांदी के सिक्के इसी बैग में मौजूद थे। अब विनय त्यागी की मौत के बाद सारा रहस्य इसी बैग पर टिक गया है।
परिजनों के गंभीर आरोप
विनय त्यागी की बहन ने इस पूरे मामले पर पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं सीमा त्यागी के मुताबिक विनय काले धन के कई राज जानता था इसीलिए उसे रास्ते से हटाने की साजिश रची गई। सीमा त्यागी ने कहा कि विनय त्यागी एक ठेकेदार की 750 करोड़ रुपये की काली कमाई के राज जानता था। यह रकम देहरादून के डॉक्टर के घर रखी हुई थी। इस रकम को विनय ईडी को देना चाहता था। लेकिन जब यह बात ठेकेदार को पता चली तो उसने डॉक्टर के माध्यम से उसे चोरी में जेल भिजवा दिया। काले धन का ये राज कभी न खुल इसके लिए विनय त्यागी को खत्म करने की योजना बनाई गई। सीमा के मुताबिक देहरादून पुलिस ने रास्ते में ही विनय को पकड़ लिया और सारा माल बरामद किया। उन्होंने आरोप लगाया कि उत्तराखंड पुलिस ने ठेकेदार सुभाष त्यागी के साथ मिलीभगत करके विनय को कोर्ट में पेशी पर ले जाते वक्त जान से मारने की साजिश रची, ताकि वह ED या किसी और एजेंसी के सामने मुंह न खोले।
सवाल इसलिए भी उठ रहे हैं कि 24 दिसंबर की वारदात में पुलिस के दो जवान भी जख्मी हुए थे। लेकिन उस दिन पुलिस ने बदमाशों को काउंटर करने के लिए कई प्रतिक्रिया नहीं दी। बदमाश बेखौफ होकर वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए थे।
