पंचतत्व में विलीन हुआ हास्य का महारथी, घनानंद का राजकीय सम्मान के साथ किया गया अंतिम संस्कार
रैबार डेस्क: प्रसिद्ध हास्य कलाकार घनानंद उर्फ घन्ना भाई का बुधवार को हरिद्वार में खड़खड़ी घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। मुख्यमंत्री के निर्देश पर अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ संपन्न किया गया। इस मौके पर पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत व कला- संस्कृति क्षेत्र से जुड़ी हस्तियां मौजूद थीं।
आजीवन लोक कला , संस्कृति व भाषा के लिए समर्पित रहे घन्ना भाई का मंगलवार को देहरादून के इंद्रेश अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। घन्ना भाई के निधन से गढ़वाल की लोक कला के क्षेत्र में एक शून्यता छा गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजकीय सम्मान के साथ घन्ना भाई का अंतिम संस्कार करने के निर्देश दिए थे।
बुधवार को सुबह उनके आवास से शवयात्रा हरिद्वार के खड़खड़ी के लिए रवाना हुई। इसके बाद उन्हें अंतिम सलामी दी गई। अंतिम संस्कार में हरिद्वार सांसद और पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने घनानंद के पार्थिव शरीर पर श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने शोक संतप्त परिवार को सांत्वना दीं। उन्होंने कहा कि गढ़वाली फिल्म हास्य कलाकार घन्ना भाई का हमें यूं छोड़कर परलोक चले जाना अत्यंत ही पीड़ादायक है। उन्होंने शोकाकुल परिजनों एवं समर्थकों को इस असहनीय दुःख को सहने की शक्ति प्रदान करने के लिए माँ गंगा से कामना की| इस अवसर पर स्थानीय विधायक हरिद्वार मदन कौशिक, भारतीय जनता पार्टी के तमाम पदाधिकारी, कार्यकर्ता, समाजसेवी, गढ़वाली फिल्म जगत की हस्तियां आदि उपस्थित रहे|

पौड़ी गढ़वाल के गगवाड़ा गांव में जन्में घनानंद उर्फ घन्ना भाई गढ़वाल के लोक संस्कृति व भाषा के ध्वज्वाहकों में से एक थे। सरकारी सेवा से वीआरएस लेने के बाद घन्ना भाई ने वर्ष 2012 में भाजपा के निशान के साथ पौड़ी विधानसभा से राजनीति में जाने का असफल प्रयास भी किया था। किंतु इसके पश्चात घन्ना भाई ने राज्य सरकार की लोक संस्कृति परिषद में बतौर उपाध्यक्ष अपना योगदान भी दिया।
