पेपर लीक केस में युवाओं का प्रदर्शन दूसरे दिन भी जारी, मुख्य आरोपी खालिद की दूसरी बहन भी गिरफ्तार

रैबार डेस्क: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के स्नातक स्तरीय पेपर लीक मामले में युवाओँ का प्रदर्शन दूसरे दिन भी जारी है। सोमवार की रात परेड ग्राउंड में गुजारन के बाद युवाओं का दूसरे दिन भी प्रदर्शन जारी है। युवाओं की मांग है कि पेपर लीक केस की सीबीआई जांच की जाए। उधर इस मामले में पुलिस को बड़ीड कामयाबी मिली है। देहरादून पुलिस ने पेपर लीक मामले में हरिद्वार के सुल्तानपुर से खालिद की बहन साबिया को गिरफ्तार किया है। इस पूरे मामले की विवेचना की जिम्मेदारी एसएसपी अजय सिंह ने पुलिस अधीक्षक ग्रामीण जया बलूनी को सौंपी है। इस मामले में प्रोफेसर सुमन और खालिद समेत 5 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। प्रोफेसर सुमन और खालिद की एक बहन हिना पहले ही पुलिस हिरासत में हैं। हिना ही पेपर देने एग्जाम में बैठी थी।
जांच टीम ने हरिद्वार पहुंचकर आदर्श बाल सदन इंटर कॉलेज, बहादरपुर जट का निरीक्षण किया। इसी केंद्र से प्रश्न पत्र बाहर आया था। टीम ने परीक्षा केंद्र के प्रिंसिपल, कक्ष निरीक्षकों और अन्य गवाहों से लंबी और विस्तृत पूछताछ की है। घटनास्थल के निरीक्षण, गवाहों के बयानों, साइबर और सर्विलांस द्वारा जुटाए गए महत्वपूर्ण साक्ष्यों के आधार पर, पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है
एसटीएफ इस मामले में एक मिसिंग लिंक की तलाश कर रही है जो हरिद्वार स्थित परीक्षा केंद्र पर खालिद का मददगार रहा है। यह वही शख्स है, जिसने सेंटर के अंदर मोबाइल पहुंचने में बड़ी भूमिका निभाई। खालिद की एक दूसरी बहन हीना और लीक प्रश्नों के जवाब तैयार करने वाली सहायक प्रोफेसर सुमन अभी भी पुलिस हिरासत में है।
शातिर निकला खालिद, 4 आवेदन किए
इस मामले में एक और खुलासा हुआ है कि खालिद ने आयोग की परीक्षा के लिए चार अलग-अलग पहचान के साथ आनलाइन आवेदन किए थे। इन चारों आवेदन पत्रों में पिता का नाम, मोबाइल नंबर और यहां तक कि फोटो भी अलग-अलग लगाए गए थे। खालिद की बहन हीना ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि खालिद ने पहले ही घर में कहा था कि उसने कई फॉर्म इसलिए भरे हैं ताकि जिस परीक्षा केंद्र पर नकल की सेटिंग होगी, वहीं परीक्षा दे सके।