2025-12-16

रिटायर्ड कैप्टन नारायण सिंह को सलाम, युवाओं को दे रहे मुफ्त ट्रेनिंग, इस साल 55 युवाओं को सेना में कराया भर्ती

रैबार डेस्क: एक सैनिक कभी रिटायर नहीं होता, बदलती है तो सिर्फ उसकी भूमिका। बागेश्वर के कैप्टन नारायण सिंह ने इस बात को एक बार नहीं, बार बार सही साबित किया है। रिटायर्ड कैप्टन नारायण सिंह यूथ इंडिया अकादमी चलाते है जिसके जरिए युवाओं को सैन्य भर्ती की निशुल्क तैयारी कराई जाती है। ये उकी मेहनत का ही नतीजा है कि 2017 के बाद अब तक अकादमी में ट्रेनिंग ले चुके 350 से ज्यादा युवा सैन्य व अर्ध सैन्य बलों औऱ पुलिस में भर्ती हो चुके हैं। साल 2025 में ही 55 युवा यहां से ट्रेनिंग लेकर सेना में अग्निवीर बने हैं।

शनिवार को सेना में चयनित 55 युवा जब अकादमी पहुंचे, तो मैदान में उत्साह, गर्व तथा उपलब्धि का अद्भुत माहौल नजर आया। युवाओं ने कैप्टन नारायण सिंह के साथ अपनी सफलता साझा की। कैप्टन ने इस उपलब्धि को युवाओं की कड़ी मेहनत तथा अनुशासन का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि पहाड़ का युवा हमेशा मेहनती तथा अनुशासित रहा है, बस उसे सही दिशा तथा अवसर की जरूरत होती है। उन्होंने यह भी कहा कि अग्निवीर भर्ती में बड़ी संख्या में चयन इस बात का प्रमाण है कि निरंतर कठिन परिश्रम तथा योग्य प्रशिक्षण से कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है।

ग्रामीण क्षेत्रों से आए चयनित युवाओं ने बताया कि अकादमी में सुबह से देर शाम तक चलने वाली दौड़, शारीरिक प्रशिक्षण, लिखित तैयारी तथा मानसिक अनुशासन ने उन्हें कठिन परिस्थितियों में भी बेहतर प्रदर्शन करने में सक्षम बनाया। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय कैप्टन नारायण सिंह के मार्गदर्शन तथा कठोर प्रशिक्षण को दिया। मैदान में चयनित युवाओं के चेहरों पर खुशी साफ झलक रही थी। स्वजन और स्थानीय ग्रामीणों ने भी इस उपलब्धि पर गर्व जताया। पहाड़ जैसे सीमित संसाधनों वाले क्षेत्र से इतने बड़े पैमाने पर चयन होना एक ऐतिहासिक उपलब्धि मानी जा रही है।

2017 में खोली अकादमी

उत्तराखंड के बागेश्वर ज़िले के रूनीखेत गांव के निवासी नारायण सिंह ने 2017 में ऑर्डिनरी कैप्टन के पद से सेवानिवृत्त होने के बाद जो संकल्प लिया, वो आज उत्तराखंड के हजारों युवाओं की जिंदगी संवार रहा है। जब ये रिटायर होकर गांव लौटे तो देखा कि पहाड़ों के होनहार युवा, सेना और पुलिस की भर्ती में सिर्फ उचित मार्गदर्शन और तैयारी की कमी के चलते बाहर हो रहे हैं। इस तकलीफ को उन्होंने अपना मिशन बना लिया और इस तरह “यूथ इंडिया एकेडमी” की शुरआत हुई। तब से बागेश्वर के निकट रवाईखाल में नारायण सिंह जी भारतीय सेना के लम्बे अनुभव के दम पर क्षेत्र के युवाओं को पूरी तरह नि:शुल्क ट्रेनिंग देने लगे। आज भी यूथ इंडिया एकेडमी से फिजिकल की ट्रेनिंग के लेने के लिए ना कोई फीस लगती है और ना कोई शर्त है। सिर्फ मेहनत, अनुशासन और देशभक्ति का जुनून चाहिए।

आपको जानकर हैरानी होगी कि इनके अकैडमी से इस बार 55 युवाओं का अग्निवीर में चयन हुआ है। अपने इस प्रयास से पिछले कुछ सालों में ही इनकी ट्रेनिंग की मदद से 350 से अधिक युवा सेना, पुलिस और अन्य सेवाओं में चयनित हो चुके हैं। आज अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, पौड़ी, नैनीताल जैसे कई जिलों से युवा यहां ट्रेनिंग के लिए आते हैं मैदान के आस पास ही कमरे लेकर रहते हैं।

नारायण सिंह अपने काम के लिए इतने जूनूनी हैं कि युवाओं को ये खुद मैदान में सुबह-शाम दौड़ भग करते हैं। कल ही इन्होंने अपने बैच को रानीखेत में अग्निवीर भर्ती के लिए रवाना किया।

कैप्टन नारायण सिंह कहते हैं कि “हमारा उद्देश्य केवल युवा को सेना आदि संस्थाओं तक पहुँचाना नहीं है, बल्कि जो भी युवा हमारे पास आता है उसे जीवन जीने का तरीका सीखाना, नशे से दूर रखना और एक अच्छा नागरिक तैयार करना मुख्य उद्देश्य है। क्योंकि यह तो सम्भव नहीं कि जो भी यहां आए वो भर्ती होगा मगर जो भी यहाँ आए यहाँ से ऐसा अनुशासन और पाठ लेकर जाए कि वो जिस भी क्षेत्र में कार्य करे अच्छा ही करे। देश की तरक्की में हिस्सेदार बने।”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed