2024-05-06

सिलक्यारा टनल अपडेट: चंद घंटों में मिलेगी खुशखबरी, 39 मीटर ड्रिलिंग पूरी, मजदूरों के लिए पहुंचा पुलाव और पनीर

augur drilling again to rescue 41 labours

रैबार डेस्क: सिलक्यारा टनल में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने का मिशन तेजी पकड़ चुका है। सब कुछ ठीक रहा तो आज रात तक मजदूरों को बाहर लाने की प्रोसेस शुरू हो सकती है। सबसे खास बात ये है कि बचाव के सबसे पहले प्लानयानी ऑगर ड्रिलिंग का काम बेहद आसानी से चल रहा है, अब तक 39 मीटर ड्रिलिंग हो चुकी है। हालांकि अन्य विकल्पों पर भी तेजी से काम जारी है।

ऑगर ड्रिलिंग ने जगाई उम्मीद

श्रमिकों को बचाने के लिए मंगलवार रात भर ड्रिलिंग का काम चलता रहा। ऑगर मशीन से 800 एमएम के सात पाइप अब तक टनल में डाले जा चुके हैं। सिलक्यारा टनल में 39 मीटर तक ड्रिलिंग की जा चुकी है। आठवें पाइप की वेल्डिंग का काम चल रहा है। पाइप कुल 62 मीटर अंदर तक डाला जाना है यानी 23 मीटर अभी बचा है। पिछले हफ्ते ऑग़र मशीन ने ड्रिल कर 900 MM के 22 मीटर पाइप अंदर पुश किए गए थे लेकिन फिर अड़चन आ गई थी, अब उन्हीं पाइपों के भीतर 800 MM के पाइप पुश किए जा रहे हैं। ड्रिलिंग सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ रही है। सब कुछ ठीक रहा तो रेस्क्यू आपरेशन के लिए आज रातच तक मजदूरों को बाहर निकालने के मिशन में सफलता हाथ लग सकती है।

हालांकि बचाव एजेंसियों ने अन्य सभी विकल्पों पर भी काम जारी रखा है। इनमें एक और अहम विकल्प है वर्टिकल ड्रिलिंग का। ड्रिलिंग के लिए रोड तैयार की जा चुकी है। छोटे थेद की बोरिंग के लिए मशीन पहुंच चुकी है, प्लेटफार्म बन गया है और इसका काम जल्द ही शुरू होने वाला है। इस छेद के जरिए मजदूरों तक खाना, दवाइयां और अन्य जरूरी सामान पहुंचाया जाएगा। शुरू होगी जल्द ही, मशीन पहुंच चुकी हैं। 1.2 मीटर व्यास के दूसरे वर्टिकल छेद के लिए आज शाम तक मशीनें पहुंच सकती हैं। इसके लिए भी प्लॉफार्म तैयार हो रहा है।

बता दें कि ऑगर मशीन से 22 मीटर ड्रिलिंग के बाद काम बंद करना पड़ा था। इसके बाद मजदूरों के सकुशल रेस्क्यू के लिए दूसरे विकल्पों पर काम शुरू हुआ।

पीएम मोदी ने ली अपडेट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर धामी से लगातार तीसरे दिन फोन के जरिए सिल्क्यारा टनल रेस्क्यू का अपडेट लिया। प्रधानमंत्री ने श्रमिकों के लिए भोजन, दवाईयां, अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति एवं उन्हें सकुशल बाहर निकालने हेतु चल रहे बचाव कार्यों की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को केंद्रीय एजेंसियों, अंतर्राष्ट्रीय एक्सपर्ट्स एवं प्रदेश प्रशासन द्वारा संचालित बचाव कार्यों से अवगत कराया और गत 24 घंटों में हुई प्रगति एवं श्रमिकों और उनके परिजनों की बातचीत से बढ़े मनोबल की भी जानकारी दी। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी का इस कठिन परिस्थिति से निपटने हेतु निरंतर मार्गदर्शन प्राप्त हो रहा है जो हम सभी को पूरी ताकत से श्रमिक भाइयों को शीघ्र और सुरक्षित बाहर निकालने के लिए नित नई उर्जा प्रदान करता है।

मजदूरों के लिए पहुंचा पुलाव और पनीर

सुरंग में फंसे मजदूरों के लिए मंगलवार रात वेज पुलाव, मटर पनीर औऱ बटर चपाती बनाई गई, जिसे लाइफ सपोर्ट पाइप के जरिए मजदूरों तक पहुंचाया गया। इन पैकेट्स का साइज ऐसा रखा गया था जिससे वो आसानी से पाइप के रास्ते टनल में फंसे मजदूरों तक पहुंच जाए। रसोइयों की टीम ने एक पैकेट में दो रोटी, एक प्लेट वेज पुलाव और पनीर पैक की। कुक संजय तिराना ने बताया कि टनल में फंसे मजदूरों के लिए भोजन बनाते समय साफ सफाई का बहुत ध्यान रखा गया है. उन्होंने बताया कि मजदूरों ने कम मिर्च मसाला वाला खाना मांगा था। इसलिए वेज पुलाव और मटर पनीर की सब्जी को ज्यादा तीखा नहीं बनाया गया। इसके साथ ही संजय ने बताया कि मटर पनीर को काजू, मगज की ग्रेवी और प्याज टमाटर के साथ भूनकर तैयार किया गया।

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