ताउते का असर: पहाड़ से मैदान तक मौसम की मार, चकराता में बादल फटने से 1 की मौत, 2 लापता
 
                रैबार डेस्क: ताऊते चक्रवात (tauktae cyclone)और पश्चिमी विक्षोभ का व्यापक असर उत्तराखंड पर देखा जा रहा है। पहाड़ से मैदान तक भारी बारिश, बादल फटने और भूस्खलन की घटनाओं से हलकान है (heavy rain uttarakhand) । चकराता में बादल फटने (chakrata cloud burst) की घटना में 3 लोग लापता बताए जा रहे हैं।

जनपद देहरादून के चकराता में बिजनाड खड्ड के पास बादल फटने की सूचना है। बादल फटने के बाद 3 लोग लापता हैं। एक शव को बरामद कर लिया गया है। 2 अन्य की तलाश जारी है।बादल फटने से दो गौशाला ढह गई हैं। गौशाला में बंधी गाय, बकरी के भी दबने की सूचना मिल रही है। फसलों और कृषि भूमि को भी नुकसान हुआ है। एसडीआरएफ की टीम स्थानीय लोगों के साथ राहत कार्य में जुटे हुए हैं।
बारिश बर्फबारी से ठंड बढ़ी

मौसम विभाग की भविष्यवाणी सच साबित हो रही है। बुधवार से ही प्रदेश के तकरीबन सभी हिस्सों में मूसलाधार बारिश हो रही है। पहाड़ो में भारी बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। केदारनाथ समेत ऊंची चोटियों पर हिमपात से पारा अचानक लुढ़का है जिससे ठंड बढ़ गई है। बद्रीनाथ की चोटियों में और हेमकुंड साहिब में बर्फबारी हो रही है।

देहरादून और मसूरी में लगातार बारिश मौसम ठंडा हो गया है। देहरादून में 24 घंटे में 48 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो कि बीते दस वर्षों में मई में एक दिन में हुई सर्वाधिक बारिश है। अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, चंपावत, देहरादून, गढ़वाल, हरिद्वार, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, टिहरी, उधमसिंह नगर और उत्तरकाशी के कई स्थानों पर तेज बारिश हो रही है। बद्रीनाथ मार्ग पर लामबगड़ के नजदीक एक ट्रक भारी भूस्खलन की चपेट में आ गया।

पिथौरागढ़ के मुनस्यारी समेत ऊंचाई वाले इलाकों में जोरदार बारिश हुई है। तवाघाट-लिपुलेख मार्ग गर्बाधार के पास मलबा आने से बंद हो गया है। वहीं, अल्मोड़ा, बागेश्वर व चंपावत में भी बारिश का क्रम लगातार बना हुआ

 
                                         
                                         
                                         
                                