द्रौपदी डांडा-2 में भीषण हिमस्खलन, NIM के 28 ट्रेनी फंसे , रेस्क्यू टीमों ने 8 लोगों को निकाला, कुछ की मौत की आशंका
रैबार डेस्क: उत्तरकाशी जिले के डोकरानी ग्लेशियर में आज भीषण हिमस्खलन हो गया। इस दौरान द्रोपदी डांडा-2 नामक चोटी पर ट्रैकिंग के लिए गए नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (NIM) के 28 प्रशिक्षुओं के फंसे होने की सूचना है। NIM के ट्रेनी की खोजबीन औऱ बचाव के लिए एसडीआरएफ व आईटीबीपी की टीमें पहुंच चुकी हैं। रेस्क्यू टीमों ने 8 लोगों को सकुशल निकाल लिया है। हादसे में कई प्रशिक्षुओं की मौत की खबर आ रही है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने घटना पर गहरा दुख जताया है। (avalanche hits trainees of NIM In draupadi danda, rescue operation on)
मुख्यमंत्री पुश्कर सिंह धामी ने द्रोपदी डांडा चोटी पर फंसे प्रशिक्षुओं की सलामती की प्रार्थना की है। सीएम ने कहा कि आईटीबीपी औऱ एसडीआरएफ की टीमें रेस्क्यू के लिए रवाना हो गई हैं। सीएम ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से भी रेस्क्यू के लिए सेना की मदद लेने की मांग की है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि एवलांच से ट्रेनीज की मौत की खबर से आहत हूं, परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं।
जानकारी के अनुसार मंगलवार सुबह डोकरानी ग्लेशियर में आज अचानक ते भीषण एवलांच हुआ। इसी के नजदीक द्रोपदी डांडा-2 चोटी पर बीते 22 सितंबर से निम का बेसिक व एडवांस का प्रशिक्षण चल रहा था। जिसमें बेसिक प्रशिक्षण 97 प्रशिक्षार्थी, 24 प्रशिक्षक व निम के एक अधिकारी समेत कुल 122 लोग शामिल थे। जबकि एडवांस कोर्स में 44 प्रशिक्षणार्थी व नौ प्रशिक्षक समेत कुल 53 लोग शमिल थे। एवलांच की चपेट में आने से 28 लोग वहां वहां फंस गए, जिन्हें निकालने के लिए रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान आठ लोगों को वहां से निकाला गया है। 21 लोग अभी भी वहां फंसे हैं।
डीआईजी एसडीआरएफ रिद्धिम अग्रवाल ने बताया कि एयरफोर्स से शासन ने संपर्क किया है। तीन चीता हेलीकॉप्टर पूरे क्षेत्र की रेकी करेंगे। एसडीआरएफ कमांडेंट मणिकांत मिश्रा ने बताया कि सहस्त्रधारा हेलीपैड से एसडीआरएफ की पांच टीमें घटनास्थल के लिए रवाना हो गई हैं। तीन टीमों को रिजर्व में रखा गया है। जरूरत पड़ने पर इन टीमों को भी रवाना किया जाएगा।