2024-05-05

गौचर में सीएम धामी का विशाल रोड शो, जिले को दी 400 करोड़ की योजनाओं की सौगात

रैबार डेस्क: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज चमोलीके गौचर में नंदा गौरा महोत्सव में शामिल हुए। इस दौरान सीएम ने बीआरओ गेस्ट हाउस गौचर से मेला ग्राउंड तक रोड शो किया, जिसमें गर्मजोशी से स्थानीय लोगों ने उनका स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने चमोली जिले के लिए 400 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास औऱ लोकार्पण किया।

‘नंदा गौरा महोत्सव’ के तहत ‘बेटी ब्वारी आवा उत्तराखंड तै अगनि बढ़ावा’ कार्यक्रम में पहुंचन से पहले मुख्यमंत्री ने बीआरओ गेस्ट हाउस गौचर से मेला ग्राउंड तक विशाल रोड शो किया। जिसमें पारंपरिक परिधान में सजी महिलाओं ने सीएम धामी पर फूल बरसाए। इसके बाद सीएम धामी ने विभिन्न हस्त निर्मित उत्पादों के स्टॉल का निरीक्षण किया। जहां महिलाएं अपने हस्तशिल्प को प्रदर्शित करती दिखीं। जिस पर सीएम धामी ने कहा कि यह पीएम मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ के मंत्र को दर्शाता है, जो उन्होंने माणा गांव से दिया था। मुख्यमंत्री ने पारंपरिक जांदरे, गिंज्याली, चरखे पर भी हाथ आजमाया।

यूसीसी पर बोली कविता को भोजपत्र पर लिखा

समान नागरिक संहिता विधेयक पर विधानसभा में बहस के दौरान सीएम धामी ने कविता पढ़ी थी। इस कविता को सीमांत गांव माणा की महिलाओं ने भोजपत्र पर लिखा और उसे मुख्यमंत्री को भेंट किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने करीब 400 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास औऱ लोकार्पण किया, जिसमें 97 करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण और 300 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास शामिल है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि भगवान बदरी विशाल, नीति और माणा की यह धरती विकास की नई ऊंचाइयों को छुएं। सीएम ने कहा,  पीएम मोदी के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार उत्तराखंड में विकास कर रही है। सरकार का प्रयास है कि भगवान बदरी विशाल और नीति-माणा की धरती में विकास हो, यहां की बहनें विभिन्न उत्पाद बनाए रहे हैं, जो ‘वोकल फोर लोकल’ के मंत्र को आत्मसात कर रही हैं।

सीएम धामी ने कहा कि हमारी मातृशक्ति सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ रही हैं। वो किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से कम नहीं है. दुर्गम क्षेत्र में महिलाएं सेल्फ हेल्प ग्रुप के माध्यम से कुटीर उद्योग चला कर विकास को गति देने का काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने 4 लाख बहनों को लखपति बनाने का लक्ष्य रखा है। महिलाओं को चारधाम यात्रा और अंतरराज्यीय मेले के माध्यम से बाजार उपलब्ध कराया जा रहा है। महिलाओं के पास कौशल की कमी नहीं है,अब यही कौशल उनके परिवार को आर्थिक रूप से मजबूत बना रहा है।

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