ताकि दूसरों को न फैले कोरोना, इसलिए सीएम के परिवार ने पेश की शानदार मिसाल
देहरादून: कोरोना काल (Corona) में लोगों को संक्रमण से बचाना हम सबका दायित्व है। आम हो या खास सभी इस दायित्व को निभाने का प्रयास करें तो समाज मे एक बेहतर संदेश जाने के साथ कोरोना रोकथाम में भी बड़ी कामयाबी मिल सकती है।शनिवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत (Trivendra Singh Rawat) के परिवार (Family) ने भी ऐसी ही शानदार मिसाल पेश की, जिसकी हर तरफ तारीफ हो रही है।
दरअसल शुक्रवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, उनकी पत्नी, व बेटी कोरोना संक्रमित पाए गए थे। शनिवार को डॉक्टरों की सलाह पर तीनों को सीटी स्कैन के लिए जाना था। आमतौर पर सीएम का काफिला आते ही सड़क पर पुलिसकर्मी से लेकर आम राहगीर सतर्क हो जाते हैं।
लेकिन शनिवार का नजारा अलग था।न्यू कैंट रोड से गुजरते हुए सुरक्षाकर्मियों की एक जीप आगे आगे थी, लेकिन बाकी गाड़ियां नदारद थी। एक प्राइवेट कार में तीन लोग नजर आ रहे थे। कार को सीएम की बेटी चला रही थी, सीएम उनके साथ फ्रंट सीट में बैठे थे। पीछे सीएम की पत्नी बैठी थी।
आमतौर पर हर परिवार में ऐसा दृश्य होता होगा लेकिन यहां बात अलग है। दरअसल सीएम और उनकी बेटी ये कतई नहीं चाहते थे कि उनसे कोरोना वायरस का संक्रमण उनके ड्राइवरों या अन्य सुरक्षाकर्मियों तक फैले। इसलिए उन्होंने खुद की गाड़ी से अस्पताल जाने का फैसला किया। यह छोटी सी पहल समाज को एक बड़ा संदेश दे गई। सोशल मीडिया पर भी इस पहल की तारीफ हो रही है।
अस्पताल पहुंचने पर तीनों का सीटी स्कैन हुआ। तीनों की रिपोर्ट सामान्य है। सीएम का स्वास्थ्य भी अच्छा है।