रोजगार के लिए मारामारी, 8000 मानदेय की नौकरी में चुनी गई बीएड, बीटेक, एमटेक और पीएचडी धारक महिलाएं

रैबार डेस्क: महिला एवं बाल विकास विभाग इन दिनों आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं को नियुक्ति पत्र प्रदान कर रहा है। लेकिन प्रदेश में रोजगार के लिए इतनी मारामारी है कि बीएड, बीटेक, मास्टर डिग्री और पीएचडी धारक महिलाएं भी इस नौकरी के लिए लालायित हैं।
बुधवार को महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने हल्द्वानी में ब्लाक सभागार में नवनियुक्त आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। इसके बाद गुरुवार को हरिद्वार में नवनियुक्त आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं को नियुक्ति पत्र वितरण किए गए।
अब तक हरिद्वार, बागेश्वर, चमोली, चम्पावत, पिथौरागढ़, उधमसिंह नगर,उत्तरकाशी में कुल 245 आंगनवाड़ी और 2013 सहायिकाओं को नियुक्ति पत्र मिले। जबकि नैनीताल जनपद में कुल 484 पदों की रिक्तियां निकली थी जिनमें से 36 आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों और 287 सहायिकाओं को नियुक्ति पत्र दिए गए हैं।
लेकिन इन नियुक्तियों में एक दिलचस्प बात निकल कर सामने आई है कि बीएड, बीटेक, मास्टर डिग्री और एचडी धारक सहायिका औऱ आंगनवाड़ी कार्यकत्री बनी हैं। बता दें कि बाल विकास विभाग ने इसके लिए न्यूनतम अर्हता मात्र इंटरमीडिएट यानी 12वीं पास रखा था, लेकिन आवेदकों की शैक्षिक योग्यता चौंकाने वाली है। यानी बड़ी बड़ी डिग्री वाले महज 8 हजार रुपए प्रतिमाह के मानदेय वाली नौकरी के लिए लालायित दिखे। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि रोजगार के लिए प्रदेश में कितनी मारामारी है। हालांकि इसका एक अच्छा पहलू ये भी है कि हाई क्वालिफाइड लोगों के आने से विभाग की कार्यक्षमता में इजाफा होगा।
विभागीय मंत्री रेखा आर्या ने भर्ती प्रक्रिया में उच्च शिक्षित लड़कियों और महिलाओं के चयन पर कहा कि अक्सर यह देखने में आता था कि साल 2 साल अपने बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्र भेजने के बाद अभिभावक उन्हें किसी प्री प्राइमरी स्कूल में एडमिशन करा देते थे। अब आंगनबाड़ी केंद्रों में हाइली क्वालिफाइड कार्यकत्री और सहायिकाओं के मौजूद होने के चलते ऐसा नहीं होगा। अब विभाग में आंगनबाड़ी कार्यकत्री व सहायिका के रूप में ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट, बीटेक और एमटेक जैसी डिग्रियां रखने वाली लड़कियां और महिलाएं आ रही हैं, जिससे निश्चित रूप से विभाग की कार्य क्षमता और कुशलता में बढ़ोतरी होगी। आवेदकों में उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, बीटेक, बीए, एमएससी पीएचडी उपाधि वालों ने आवेदन किया था। जहां उनके योग्यता और विभागीय आवश्यकता के अनुसार पद की नियुक्ति पत्र दी गई है।