6 जिलों के लिए तीन दिन भारी, पहाड़ से मैदान तक बारिश, भूस्खलन, जलभराव से हाहाकार

रैबार डेस्क: उत्तराखंड में मौसम विभाग की भविष्यवाणी सच साबित हो रही है। मौसम विभाग ने 6 जिलों में 72 घंटे तक भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है जिसका असर दिखना शुरू हो गया है। पहाड़ से मैदान तक भारी बारिश के कारण जगह जगह भूस्खलन से मार्ग बंद हो गए हैं। मैदानी क्षेत्रों में जलभराव से जनजीवन अस्तव्यस्त है।
देहरादून, पौड़ी, नैनीताल, बागेश्वर, चंपावत, ऊधम सिंह नगर में 5 अगस्त तक भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किय गया है, इसके बाद भी बारिश का दौर जारी रहने की संभावना है। इसे देखते हुए अधिकतर जिलों में स्कूलों में आज के लिए अवकाश घोषित किया गया है।
चारधाम यात्रा मार्ग बंद
केदारनाथ यात्रा मार्ग पर गौरीकुंड के पास मुनकटिया लैंडस्लाइड जोन अभी भी सरदर्द बना हुआ है। देर रात से हो रह बारिश के बायद यहां पर भारी मलबा आ गया है जिससे पैदल मार्ग आगे कीतरफ बाधित हो गया है। सुरक्षा के दृष्टिगत फिलहाल यात्रियों को सोनप्रयाग और गौरीकुंड में ही रुकवाया गया है।
बदरीनाथ यात्रा मार्ग भी उमट्टा, कर्णप्रयाग, भनेरपानी पीपलकोटी और नंदप्रयाग में मलबा आने के कारण अवरुद्ध है। काफी मशक्कत के बाद उमट्टा कर्णप्रयाग,नंदप्रयाग एवं भनेरपानी पीपलकोटी मे अवरुद्ध बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात हेतु खुल गया है, लेकिन भूस्खलन का खतरा अभी भी बना हुआ है।
यमुनोत्री और गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग जगह-जगह पर बंद है। यमुनोत्री हाईवे रानाचट्टी, स्यानाचट्टी व पाली गाड के पास मलबा आने के कारण मार्ग बाधित है। वहीं गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग डबरानी के पास मलबा व पत्थर आने के कारण मार्ग बाधित है। हाईवे को सुचारु करने का कार्य जारी है।
प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्ग सहित 59 सड़कें बंद
प्रदेश में बारिश के बाद मलबा आने से 5 राष्ट्रीय राजमार्ग, 41 पीडब्ल्यूडी की सड़कें 56 पीएमजीएसवाई की सड़कें बंद हैं। पिथौरागढ़ जिले में तवाघाट-घटियाबगड़-लिपुलेख राष्ट्रीय राजमार्ग में मलघट के पास मलबा आया है। धारचूला-तवाघाट राष्ट्रीय राजमार्ग भी बड़े पत्थर आने से बंद है। जौलजीबी-मुनस्यारी मोटर मार्ग में भी विभिन्न चार स्थानों पर बड़े पत्थर आ गए हैं। पिथौरागढ़ में कुल 19 सड़कें बंद हैं। इसके अलावा देहरादून जिले में पांच, अल्मोड़ा में एक, बागेश्वर में चार, चमोली में आठ, नैनीताल में एक, पौड़ी में पांच, रुद्रप्रयाग में चार, टिहरी में एक और उत्तरकाशी में 11 सड़कें बंद हैं।
शहरों में जलभराव
उधम सिंह नगर में लगातार हो रही बारिश ने लोगों की परेशानियों का बढ़ा दिया है। रुद्रपुर के इंदिरा कॉलोनी, उपजिलाधिकारी कार्यालय, बाजपुर क्षेत्र में जलभराव के बाद एसडीआरएफ की टीमें लोगों को रेस्क्यू करने में लगी हैं। हरिद्वार में देर रात से लगातार हो रही बारिश के बाद जगह-जगह जलभराव देखने को मिल रहा है। रानीपुर मोड़, चंद्राचार्य चौक, भगत सिंह चौक, कनखल के कई क्षेत्र, देश रक्षक तिराहा और मोती बाजार में रोड पर हर जगह पानी ही पानी नजर आ रहा है।
सीएम धामी ने सख्त निर्देश

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्चुअल माध्यम से जुड़े सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रदेश में लगातार हो रही वर्षा के दृष्टिगत वे अपनी पूरी टीम के साथ लगातार ग्राउंड ज़ीरो पर रहें। अतिवृष्टि के कारण सड़कों के बाधित होने की स्थिति में उन्हें शीघ्र सुचारु किया जाए। पेयजल और विद्युत की लाइनें क्षतिग्रस्त होने की स्थिति में यथाशीघ्र व्यवस्थाएं सुचारु की जाएं। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि ग्रामीण संपर्क मार्ग बाधित होने की स्थिति में लोगों के आवागमन की वैकल्पिक व्यवस्था शीघ्र सुनिश्चित की जाए। जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए सभी तैयारियां पूर्व से की जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्षा के कारण फसलों को हुई क्षति का शीघ्र आकलन किया जाए। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि बारिश के बाद अवस्थापना विकास से संबंधित कार्यों को तेजी से आगे बढ़ाया जाए। सड़कों, पुलों, नालियों एवं अन्य निर्माण कार्यों की गुणवत्ता और समयबद्धता पर विशेष ध्यान दिया जाए। साथ ही राज्य और केंद्र सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं की नियमित समीक्षा की जाए।