पढ़ाई, दवाई के लिए घोड़ा चलाने को मजबूर पहाड़ की यह बेटी, आपकी मदद की है जरूरत
रैबार डेस्क: पहाड़ में जीवन भी पहाड़ से होता है। मगर कुछ लोग होते हैं जो हौसले और लगन से रास्ते से नहीं डिगते। चंपावत की 10वीं की छात्रा शोभा भट्ट (help this kid shobha bhatt struggling for education) की कहानी भी ऐसी ही है। शोभा बेहद कठिन परिस्थितियों में जीवन यापन करने को मजबूर है। दिव्यांग पिता की बेटी शोभा को पढ़ाई और पिता की दवाई के खर्चे के लिए घोड़े चलाने पड़ रहे हैं। इस बेटी को आपकी मदद की जरूरत है।
चम्पावत के पाटी ब्लॉक की छात्रा कुमारी शोभा राजकीय इंटर कॉलेज बालातड़ी में 10वीं क्लास में पढ़ती है। उनके पिता हीरावल्लभ भट्ट दिव्यांग हैं।माता का स्वास्थ्य भी लंबे समय से खराब है। परिवार में अन्य कोई सदस्य नहीं है। दिव्यांग पिता घोड़े चलाकर जैसे तैसे परिवार का पेट पाल रहे थे। लेकिन 2 साल पहले हीरावल्लभ भट्ट को मिर्गी के दौरे पड़ने लगे। उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। यहीं से शोभा के जीवन में मुश्किलें बढ़ने लगी। घर परिवार का खर्चा चलाना मुश्किल होता गया।
मगर शोभा ने हार नहीं मानी।वो अपनी पढ़ाई से समय निकालकर घोड़ा चलाने लगी। ताकि पढ़ाई और माता पिता की दवाई का खर्च निकल सके। लेकिन घोड़े चलाने में बार बार शोभा की पढ़ाई बाधित हो रही है। ऐसे में विद्यालय परिवार ने ये सारा मामला सोशल मीडिया पर शेयर किया ताकि इस बेटी की मदद हो सके। स्कूल के शिक्षक चंद्रप्रकाश पंत ने बताया कि शोभा बहुत होनहार छात्रा है। तमाम मुश्किलों के बाद भी पढ़ाई के प्रति उसका जुनून कम नहीं हुआ है। शिक्षक चंद्रप्रकाश बताते हैं कि स्कूल के अन्य स्टाफ ने इस बेटी के लिए एक बैंक अकाउंट तय किया जिसमें मदद की राशि इकट्ठी हो सके। स्कूल परिवार बेटी की पढ़ाई में कोई बाधा नहीं आने देगा। लेकिन जीवनयापन और माता पिता की दवाई के खर्चे के लिए उसे मदद की जरूरत होगी। इसलिए अकाउंट नम्बर पब्लिक डोमेन में रखे गए।
अगर आप भी चाहते हैं कि पहाड़ की ये प्रतिभाशाली बेटी आगे बढ़े तो इसकी मदद के लिए आगे आएं। नीचे लिखे अकाउंट नंबर और फोन नम्बर पर आप अपनी तरफ से छोटा सा योगदान देकर इस बेटी का भविष्य उज्ज्वल बना सकते हैं।
कु. शोभा भट्ट C/O श्री मनोज कुमार जोशी
खाता संख्या- 32278944398
ब्रांच नाम-भारतीय स्टेट बैंक पाटी
IFSC – SBIN0007656
Phone pae और google pay- 7409593312
सम्पर्क सूत्र- 7088382129 / 7351989954