Operation Sindoor: भारत ने लिया पहलगाम हमले का बदला, पाक, PoK में 9 आतंकी ठिकाने तबाह

रैबार डेस्क: भारत ने पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेते हुए देर रात पाकिस्तान और पीओके में एयर स्ट्राइक की हैं। इस ऑपरेशन को ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया है। ये तीनों सेनाओं का ज्वाइंट ऑपरेशन था जिसे एयरफोर्स ने लीड किया था। भारतीय सशस्त्र बलों ने बुधवार तड़के पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में 9 आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए, जिनमें मुरीदके और बहावलपुर भी शामिल हैं। ये सभी ठिकाने जैश ए मोहम्मद और लश्कर ए तैयबा से जुड़े हैं। खबरों के मुताबिक करीब 90 आतंकी इन हमलों में ढेर किए गए हैं। सबसे अच्छी खबर ये है कि भारत के सभी पायलट टारगेट तबाह करके सुरक्षित लौटे हैं।
खुफिया जानकारी के आधार पर वायुसेना के हमलों में जैश-ए-मोहम्मद के चार, लश्कर-ए-तैयबा के 3 और हिज्बुल मुजाहिदीन के 2 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया।
भारत सरकार की आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, कुछ समय पहले, भारतीय सशस्त्र बलों ने “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत जम्मू-कश्मीर में स्थित उन आतंकवादी ढांचों पर सटीक हमले किए, जहाँ से भारत के खिलाफ आतंकवादी हमलों की योजना बनाई जाती रही है और उन्हें अंजाम दिया जाता रहा है।
कुल मिलाकर नौ (9) ठिकानों को लक्ष्य बनाया गया है।
हमारी कार्रवाई सटीक, मापक और ग़ैर-उत्तेजक रही है। किसी भी पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया है। भारत ने लक्ष्यों के चयन और क्रियान्वयन की विधि में अत्यधिक संयम का परिचय दिया है।
यह कदम पाहलगाम में हुए नृशंस आतंकवादी हमले के बाद उठाया गया है, जिसमें 25 भारतीय नागरिकों और एक नेपाली नागरिक की हत्या कर दी गई थी। भारत ने यह वचन दिया था कि इस हमले के जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाएगा — और हम उसी वचन को निभा रहे हैं।
इन ठिकानों पर हुई स्ट्राइक
- बहावलपुर (पाकिस्तान) – अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगभग 100 किमी दूर स्थित है, यहां जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय था, जिसे भारतीय सेनाओं ने ध्वस्त कर दिया है
- मुरिदके (लाहौर के पास) – ये आतंकी ठिकाना इंटरनेशनल बॉर्डर से 30 किमी दूर स्थित है, यहां लश्कर-ए-तैयबा का शिविर था, जो कि 26/11 मुंबई हमले से जुड़ा था।
- गुलपुर (पीओके)- ये आतंकी ठिकाना LoC (पुंछ-राजौरी) से 35 किलोमीटर दूर स्थित है.
- लश्कर कैंप सवाई (पीओके) – ये आतंकी ठिकाना पीओजेके तंगधार सेक्टर केअंदर 30 किलोमीटर दूर स्थित है।
- बिलाल कैंप – जैश-ए-मोहम्मद का लॉन्चपैड, ये ठिकाना आतंकियों को सीमा पार भेजने के लिए इस्तेमाल किया जाता था।
- कोटली (पीओके) – एलओसी से 15 किमी दूरस्थित लश्कर का शिविर. ये 50 से अधिक आतंकियों की क्षमता वाला ठिकाना था।
- बरनाला कैंप– ये आतंकी ठिकाना LoC से 10 किमी दूर स्थित था.
- सरजाल कैंप- सांबा-कठुआ के सामने इंटरनेशनल बॉर्डर से 8 किमी दूर स्थित जैश का प्रशिक्षण केंद्र
- मेहमूना कैंप (सियालकोट के पास)– ये हिज्बुल मुजाहिदीन का प्रशिक्षण शिविर था और इंटरनेशनल बॉर्डर से 15 किमी दूरी पर स्थित था।