2024-05-05

सिलक्यारा: रेस्क्यू के आखिरी चरण में हो रही धैर्य की परीक्षा, किसी भी समय बाहर आ सकते हैं 41 मजदूर

रैबार डेस्क: उत्तरकाशी टनल में फंसे मजदूरों को निकीलने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन अंतिम चरण  में है। बुधवार को माना जा रहा था कि रात तक मजदूरों को बाहर निकाल लिया जएगा, लेकिन आखिरी चरण में ऑगर मशीन के सामने लोहे का पाइप बाधा बनकर खड़ा हो गया। इसके बाद रातभरकरीब 6 घंटे की कड़ी मशक्तकतके बाद उस बाधा को दूर कर लिया गया है। अब ञगर मशीन फिर से का मपर लग गई है और उम्मीद की जा रही है कि अगले कुछ घंटों में सभी 41 मजदूरों को 12 दिन बाद अंधेरी सुरंग से बाहर लाया जा सकेगा। केंद्रीयमंत्री जन वी के सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर धामी भी सिलक्यारा साइट पर पहुंच चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी फोन पररेस्क्यू मिशन की जानकारी ली है।

लग सकते हैं 12-14 घंटे

पीएमओ के पूर्व एडवायजर भाष्कर खुल्बे ने बताया कि ड्रिलिंग का काम फिर से शुरू हो चुका है। लेकिन पाइप की वेल्डिंग, एडजस्टमेंट और फिर 60 मीटर की दूरी तक उन्हें पुश करने के प्रोसेस में 12 से 14 घंटे का वक्त लग सकता है। हालांकि माना ये भी जा रहा है कि अगर ड्रिलिंग मशीन के रास्ते में कोई रुकावट न आए तो ये काम और भी जल्दू पूरा हो सकता है। टनल में 45 मीटर से ज्यादा ड्रिलिंग हो चुकी है, माना जा रहा है कि अब ड्रिलिंग का आखिरी चरण को प्रोसेस किया जा रहा है। उम्मीद की जा रही है कि आज सभी 41 मजदूरों का सफल रेस्क्यू कर लिया जाएगा। इसके लिए घटनास्थल पर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। एनडीआरएफ की टीम टनल के भीतर उपकरणो के साथ जाने के लिए तैयार हैं। कल शाम भी एनडीआरएफ ने टनल में प्रवेश किया था, लेकिन आय़रन रॉड को काटने में 6 घंटे का वक्त बीत गया जिससे ड्रिलिंग रोकनी पड़ी। अगर आखिरी चरण में ऐसी दिक्कतें फिर आती हैं तो उन्हें दूर करने के लिए दिल्ली और रुड़की से विशेषज्ञों की टीम बुलाई गई है जो सिलक्यारा साइट पर पहुंच चुके हैं।

स्वास्थ्य विभाग ने भी सभी तैयारियां कर दी हैं। टनल से बाहर लाने के बाद सबी मजदूरों को मेडिकल चेकअप के लिए चिन्यालीसौड़ में बने स्वास्थ्य केंद्र ले जाया जाएगा जहां 41 बेड का अस्पताल तैयार है। सिलक्यारा में मजदूरों के इमरजेंसी एयरलिफ्ट के लिए चिनूक हेलिकॉप्टर की तैनाती भी की गई है। सीएम धामी भी कल से उत्तरकाशी सिलक्यारा में डेरा डाले हुए हैं। सीएम आज सुबह सिलक्यारा पहुंच चुके हैं। केंद्रीय मंत्री जनरल वी के सिंह भी सिलक्यारा पहुंचे हैं।

इंटरनेशनल टनलिंग एंड अंडरग्राउंड स्पेस एसोसिएशन(आईटीए) के अध्यक्ष प्रो.आर्नोल्ड डिक्स ने सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को बचाने के लिए चलाए जा रहे रेस्क्यू ऑपरेशन की सराहना की है। उन्होंने कहा कि सुरंग से जुड़े हादसों में जब वह बचाव के लिए पहुंचते हैं तो ज्यादातर में अंदर फंसे लोगों की मौत हो चुकी होती है। जबकि यहां वह जिंदा है और उन्हें बहार निकालने के लिए रात-दिन प्रयास किए जा रहे हैं। आर्नोल्ड डिक्स ने कहा कि रेस्क्यू ऑपरेशन में अंदर फंसे लोगों को बचाने के लिए विभिन्न विकल्पों पर एक साथ काम किया जा रहा है। प्रत्येक विकल्प में खतरे को भांप कर काम किया जा रहा है।

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