पहाड़ के IT प्रोफेशनल ने गांव में बनाया अस्पताल, 22 गांवों को निशुल्क स्वास्थ्य सुविधा देगा श्री तिमली आरोग्य केंद्र
आशीष डबराल ने गांव में खोला 4 बेड का अस्पताल। श्री तिमली आरोग्य केंद्र में बेसिक सुविधाएं मौजूद। 22 गावों को निशुल्क स्वास्थ्य सुविधाएं देगा आरोग्य केंद्र।
रैबार डेस्क: पहाड़ के गावों को सामान्य सी स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए भी जूझना पड़ता है। लेकिन पहाड़ का एक जुनूनी युवा ऐसा है, जिसने अपनी मेहनत से अपने गांव में ही 4 बेड का अस्पताल खड़ा (4 bed hospital) कर दिया। इस आरोग्य केंद्र (Shri Timli Arogya kendra) में सारी बेसिक सुविधाएं मौजूद हैं। समय समय पर सरकारी डॉक्टरों द्वारा यहां विजिट किया जाता है।
पौड़ी के आशीष डबराल (Ashish Dabral) को कौन नहीं जानता। आशीष गुड़गांव में आई प्रोफोशनल हैं, लेकिन उनका दिल हमेशा अपने गांव, अपने पहाड़ों के लिए धड़कता है। आशीष हर हफ्ते गांवों में बच्चों को बपढ़ाने के लिए 600 किलोमीटर का सफर तय करते हैं। बच्चों की पढ़ाई में बाधा न आए और उन्हें रोबोटिक्स जैसी नई नई तकनीकों से रू ब रू करवाया जाए, इसके लिए आशीष ने अपने पूर्वजों के स्कूल तिमली विद्यापीठ को पुनर्जीवित किया है। अब वे इस स्कूल मे दर्जनों बच्चों को पारंपरिक वैदिक शिक्षा के साथ साथ रोबोटिक साइंस जैसे मुद्दों पर भी ज्ञानवर्धन करते हैं। आशीष ग्रामीणों को जैविक खेती के लिए प्रोत्साहित भी करते हैं। उन्होंने जैविक मसाले, हर्बल प्रोडक्ट, सब्जी, दालें, और बद्री गाय के घी का स्टार्टअप भी शुरू किया है। इतना कुछ करने के बाद भी आशीष के मन में स्वास्थ्य क्षेत्र में कुछ करने का जज्बा था, जिसे अब उन्होंने अंजाम तक पहुंचाया है।
आशीष बताते हैं कि यहां स्वास्थ्य की समस्याओं को देखते हुए उनके मन मे इस तरह का ख्याल आया। कई बार लोगों को सामान्य सी जांच औऱ दवाइयों के लिए कई किलोमीटर दूर जाना पड़ता है। अस्पतालों मे डॉक्टर न मिले तो मायूसी हाथ लगती है। इसिलए गांव में स्वास्थ्य सुविधाएं स्थापित करने का प्रयास किया। आशीष ने पौड़ी जिसे के द्वारीखाल ब्लॉक में तिमली गांव में श्री तिमली आरोग्य केंद्र स्थापित किया। इसके लिए आशीष ने अपने कुछ मित्रों का भी सहयोग लिया। 4 बेड के इस मिनी अस्पताल में सभी बेसिक सुविधाएं मौजूद हैं। अस्पताल में शुगर लेवल नापने के लिए ग्लूकोमीटर, ऑक्सीजन की जरूरत पूरा करने के लिए ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर भी यहां उपलब्ध है। अस्पताल में ड्रिप चढ़ाने की सुविधा के अलावा, सामान्य तौर पर प्रयोग होने वाली सभी जरूरी दवाएं व इंजेक्शन भी उपलब्ध हैं।
खास बात ये है कि इस अस्पताल से न केवल तिमली गांव के बल्कि आसपास के 22 गावों के लोगों को सीधा फायदा मिलेगा। इस अस्पताल में सभी तरह की सेवाएं निशुल्क प्रदान की जाएंगी। डॉक्टरों की व्यवस्था के लिए आशीष ने स्वास्थ्य विभाग से संपर्क साधा। विभाग के साथ बातचीत के बाद ये तय हुआ कि 15 किलोमीटर दूर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चेलूसैंण के डॉक्टर वहां रेगुलर विजिट करेंगे। डॉक्टर फिलहाल प्रत्येक शनिवार को तिमली अस्पताल जाकर मरीजों को देखते हैं। इमरजेंसी के केस में पीएचसी से डॉक्टर आरोग्य केंद्र में आसानी से पहुंच सकते हैं।