चारधाम यात्रा की तर्ज पर मानसखंड यात्रा शुरू, महाराष्ट्र के श्रद्दालुओं ने किए कैंची धाम के दर्शन
रैबार डेस्क: उत्तराकंड सरकार के मानसखंड मंदिर माला मिश को पंख लगने शुरू हो गए हैं। चारधाम यात्रा की तर्ज पर पर्यटन विभाग ने आईआरसीटी के साथ मिलकर मानसखंड यात्रा का आगाज कर दिया है। इसी के तहत महाराष्ट्र के 152 श्रद्धालु विशेष ट्रेन से टनकपुर पहुंचे और यहां से कैंची धाम के दर्शन को पहुंचे। श्रद्धालुओं में यात्रा को लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है। ये श्रद्धालु कुमाऊं क्षेत्र के विभिन्न मंदिरों और आध्यात्मिक स्थलों का भ्रमण करेंगे।
22 अप्रैल को महाराष्ट्र और गुजरात से निकले श्रद्धालु अगले 10 दिन तक मानस खंड मंदिर माला मिशन के तहत चयनित मंदिरों की यात्रा पर रहेंगे। मिशन के तहत महाराष्ट्र और गुजरात से 276 श्रद्धालुओं का दल यात्रा के लिए निकला है। इसमें से 152 श्रद्धालु नैनीताल और 124 श्रद्धालु चम्पावत से यात्रा शुरू कर रहे हैं।
नैनीताल पहुंचने पर श्रद्धालुओं ने नैना देवी मंदिर के दर्शन किए जिसके बाद वे कैंची धाम के दर्शन को पहुंचे। जहां पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने दल का भव्य स्वागत किया। जिला पर्यटन अधिकारी अतुल भंडारी ने बताया कि यात्रा का शुभारंभ कैंची धाम से किया गया। जिसके बाद दल ने नैनीताल स्थित मां नयना देवी के दर्शन किए। इसके बाद श्रद्धालुओं का दल अल्मोड़ा के चितई गोलू देवता मंदिर, जागेश्वर धाम, सूर्य मंदिर कटारमल, अद्वैत आश्रम मायावती, बालेश्वर मंदिर, शारदा घाट, पाताल भुवनेश्वर, नानकमत्ता गुरुद्वारा, हाट कालिका मंदिर, चौकड़ी समेत अन्य स्थानों की यात्रा के लिए निकल गया है।
मानसखंड यात्रा को लेकर यात्रियों में खासा उत्साह देखा जा रहा है। महाराष्ट्र की सुरेखा लोहिया ने कहा कि उन्होंने चम्पावत से यात्रा शुरू की,. उन्होंने मां के मंदिर के दर्शन किए, जिसके बाद नानकमत्ता गुरुद्वारे में माथा टेकने के बाद नैनीताल में मां नयना देवी के दर्शन के लिए पहुंचे हैं। पुणे के तीर्थ यात्री रविन्द्र बांडे ने कहा कि मानसखंड यात्रा के तहत पुणे से उत्तराखंड के मंदिरों के दर्शन को पहुंचे हैं उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के बारे में जितना सुना था, उससे कहीं ज्यादा सुंदर है।