पहाड़ में बारिश का कहर जारी, आज 4 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट, प्रदेशभर में 50 सड़कें बाधित

रैबार डेस्क: उत्तराखंड में बारिश और भूस्खलन से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से देहरादून, रुद्रप्रयाग, टिहरी और बागेश्वर जिले में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा राज्य के अन्य जिलों में भी तेज बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
चमोली में पिछले कुछ घंटों से मूसलाधार बारिश जारी है। सिवई, कर्णप्रयाग, बदरीनाथ, जोशीमठ आदि क्षेत्रों में बारिश से जनजीवन अस्यव्यस्त है। दर्जनों मुख्य सड़कें व संपर्क मार्ग बाधित हो गए हैं।
उमट्टा क्षेत्र में भारी मलबा आने से बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित हो गया था। कड़ी मशक्कत के बाद फिलहाल इसे वाहनों के लिए खोल दिया गया है, लेकिन यहा लैंडस्लाइड का खतरा बना हुआ है। वहीं, ज्योतिर्मठ क्षेत्र में 66 केवी की विद्युत लाइन में फॉल्ट आने से रातभर से बिजली गुल है। कर्मप्रयाग में पानी की लाइन टूट गई थी, जिसे अब ठीक कर दिया गया है। मुख्य शिक्षा अधिकारी के निर्देश पर जिले के सभी सरकारी और अर्द्धसरकारी स्कूलों में आज अवकाश घोषित कर दिया गया है।
टिहरी में सुबह-सुबह भारी बारिश से सैलाब की स्थिति हो गई। भारी बारिश के बाद बौराड़ी में सड़कें तालाब में बदल गईं।
राज्यभर में 50 सड़कें बंद
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार, भारी बारिश के चलते देहरादून जिले में विकासनगर-कालसी-बड़कोट राष्ट्रीय राजमार्ग किलोमीटर 26 पर मलबा आने से बंद पड़ा है। इसके अलावा ऋषिकेश-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग उत्तरकाशी जिले के औजरी में बाधित है।
उत्तरकाशी: एक राज्यमार्ग, 11 ग्रामीण सड़कें
चमोली: 13 ग्रामीण मार्ग
रुद्रप्रयाग: 3 ग्रामीण मार्ग
पिथौरागढ़: 7 ग्रामीण मार्ग
बागेश्वर: 4 ग्रामीण मार्ग
पौड़ी: 3 ग्रामीण मार्ग
टिहरी: 2 ग्रामीण मार्ग
नैनीताल: काठगोदाम-हैड़ाखान राज्यमार्ग
आपदा में 21 मौतें
राज्य आपदा परिचालन केंद्र के अनुसार, 1 जून से अब तक बारिश और भूस्खलन के चलते 21 लोगों की जान जा चुकी है, 11 घायल हुए हैं, जबकि 9 लोग लापता हैं। अब तक कुल 143 भवनों को नुकसान हुआ है, जिनमें से 133 को आंशिक, 8 को गंभीर और 2 भवन पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं।