बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ के संकल्प के साथ कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने हर की पौड़ी से उठाई कांवड़, 25 किलोमीटर पैदल यात्रा पर निकली
रैबार डेस्क: तमाम विवादों को पीछे छोड़ते हुए महिला एंव बाल विकास मंत्री बेटी बचाओ के संकल्प के लिए हरिद्वार से ऋषिकेश तक कांवड़ यात्रा कर रही हैं। मुझे भी जन्म लेने दो” शिव के माह में शक्ति का संकल्प के रेखा आर्या ने सुबह करीब 8 बजे हर की पौड़ी पर पूजा अर्चना के बाद कांवड़ यात्रा शुरू की। (Rekha arya kanwar yatra from Haridwar to Rishikesh) उनकी यात्रा ऋषिकेश के वीरभद्र मंदिर में जलाभिषेक के साथ खत्म होगी।
लिंग अनुपात में बेटियों को बेटों के बराबर करने और भ्रूण हत्या रोकने के संदेश के साथ रेखा आर्या ने सुबह हर की पौड़ी पर पूजा अर्चना की। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्र पूरी और महामंत्री हरिगिरि के साथ रेखा आर्या ने गंगा पूजन किया। इसके बाद वो कंधे पर कांवड़ रखकर करीब 25 किलोमीटर लंबी कांवड़ यात्रा पर निकल पड़ी। इस बीच जगह जगह आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों, महिला एवं बाल विकास विभाग के कर्मचारियों और भाजपा कार्यकर्ताओं ने फूल मालाओं से उनका स्वागत किया।
इस अवसर पर रेखा आर्या ने कहा कि आज सावन की शिवरात्रि है जिसमे भगवान शिव ने बताया है कि वे शक्ति के बिना अधूरे है और शक्ति उनके बिना। ठीक इसी प्रकार भ्रूण हत्या को खत्म किये जाने और इस प्रदेश को देवो की नगरी के साथ साथ देवियों की नगरी से भी जाना जाए ऐसे प्रयास किये जाने चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि उत्तराखंड देवभूमि तो है ही, हमारा प्रयास ये हो कि महिलाओं को सशक्त बनाकर हम इस प्रदेश को देवीभूमि भी कह सकें। उन्होंने कहा कि कन्या को उसके जन्म लेने के अधिकार को छीनने का किसी को अधिकार नही है उसको जन्म लेने का अधिकार के संकल्प को ही उनके द्वारा यह कावंड़ यात्रा की जा रही है।