प्रीतम सिंह ने दी इस्तीफे की धमकी, चमोली में 100 कार्यकर्ताओं के इस्तीफे, CM को घेरने के फेर में खुद घिरी कांग्रेस
रैबार डेस्क: कांग्रेस में प्रदेश अध्यक्ष पद और नेता प्रतिपक्ष पर हुई नियुक्तियों के बाद भी भूचाल थम नहीं रहा है। भले ही कांग्रेस ने सीएम धामी को कुमाऊं में घेरने के लिए तीनों बड़े पदों पर कुमाऊं के नेताओं को नियुक्त किया हो। लेकिन अब कांग्रेस का यह दांव उसी के लिए मुसीबत बनता जा (Rift In congress as Pritam singh challenged Devendra Yadav over 100 congressmen resigns in Chamoli) रहा है। पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह पार्टी के नेताओं से खासे नाराज माने जा रहे हैं, उन्होंने इस्तीफे की धमकी तक दे दी है। उधर चमोली जिले में गढ़वाल मंडल की उपेक्षा से नाराज 100 कार्यकर्ताओं ने अपना इस्तीफा दे दिया है।
प्रीतम सिंह ने साफ शब्दों में उत्तराखंड के प्रभारी देवेन्द्र यादव और कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री केसी वेणुगपाल को निशाने पर लेते हुए चुनौती दी है कि अगर उन पर गुटबंदी के आरोप सत्य सिद्ध होते हैं तो वे विधायक पद से इस्तीफा दे देंगे। उन्होंने कहा कि, जब पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री केसी वेणुगोपाल और प्रदेश प्रभारी देवेन्द्र यादव ही ये कहते हैं कि उत्तराखंड में कांग्रेस की हार गुटबाजी के चलते हुई और उन पर ही गुटबाजी करने का आरोप लगाया गया है तो यह उनके लिए असहनीय है। प्रीतम सिंह ने कहा कि वे कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीतकर आए हैं और गुटबंदी के आरोपों की जांच कराई जाए और अगर ये सत्य सिद्ध होते हैं तो वे विधायक पद से इस्तीफा दे देंगे। कल सीएम धामी से प्रीतम सिंह की मुलाकात और आज इस तरह के बयान के बाद राजनीतिक हलकों में चर्चाएं गर्म हैं।
उधर प्रदेश अध्यक्ष से लेकर नेता प्रतिपक्ष की नियुक्ति में गढ़वाल मंडल की घोर उपेक्षा से खिन्न चमोली में कांग्रेस की जिला कार्यकारिणी के समस्त पदाधिकारियों ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे देने वालों में जिसा महामंत्री से लेकर यूथ कांग्रेस के जिला अध्यक्ष, नगर अध्यक्ष आदि 100 से ज्यादा कार्यकर्ता शामिल हैं।