2024-05-14

Power Bank: पैसे दोगुना करने के लालच में न आएं, STF ने किया 360 करोड़ की धोखाधड़ी का खुलासा

Online fraud power bank

रैबार डेस्क: उत्तराखंड पुलिस को ऑनलाइन धोखाधड़ी (online fraud) के अंतरराष्ट्रीय रैकेट का पर्दाफाश करने में सफलता हाथ लगी है। एसटीएफ और साइबर सेल की संयुक्त टीम ने जालसाजी के ऐसे सिस्टम पर चोट की है, जो लोगों को 15 दिन में पैसे दोगुने (doubling money) करने का लालच देता था। ये रैकेट Power Bank App के माध्यम से चलाया जाता था। इस मामले में STF को एक और शातिर पवन पांडे को नोयडा से अरेस्ट करने में सफलता हाथ लगी है। अब तक इसमें 360 करोड़ की जालसाजी का खुलासा हो चुका है।

ADG (P) अभिनव कुमार ने इस मामले में कहा कि पुलिस के पास इस किस्म की धोखाधड़ी की शिकायत लगातार आ रही थी। इसके बाद संयुक्त कार्रवाई में इन साइबर शातिरों के खिलाफ एक्शन शुरू कर गिरफ्तारियाँ की जा रही हैं। साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को श्यामपुर-हरिद्वार के रोहित कुमार और कनखल के राहुल गोयल की शिकायत मिली थी। उसने इसे साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून को भेज दिया था। दोनों ने प्ले-स्टोर से पावर बैंक नामक ऐप डाउनलोड कर अलग-अलग तारीखों में 91,200 एवं 73,000 रुपये जमा कराए थे। टिहरी में भी एक अभियोग पंजीकृत है, जिसमे शिकायतकर्ता से 97000 की धोखाधड़ी की गई।

अब तक 360 करोड़ की धोखाधड़ी

तकनीकी साक्ष्य एकत्रित करने पर पाया गया कि ये शातिर आम तौर पर RAZORPAY Wallet/Gateway का प्रयोग करते थे । इस पर RAZORPAY Gateway से सम्पर्क कर करोड़ो की धोखाधड़ी की जानकारी दी गई। उससे आरोपियों के सम्बन्ध में जानकारी उपलब्ध कराने को कहा गया। बैंक-मर्चेन्ट-गेटवे एवं अन्य सम्बन्धित कम्पनियों से प्राप्त विवरण का विश्लेषण किया गया। वर्तमान तक 360 करोड़ की जबर्दस्त धोखाधड़ी प्रकाश में आई। जांच के आधार पर शक है कि धोखाधड़ी इससे अधिक की हुई है। धोखाधड़ी का सनसनीखेज खुलासा होने पर RAZORPAY के legal Head की तरफ से 1 जून को साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन बैंगलोर में पावर बैंक से सम्बन्धित कम्पनियों के निदेशकों सहित 13 के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया गया।

अभिनव ने कहा कि बैंगलोर पुलिस ने प्रकरण में 6 आरोपियों की गिरफ्तारी की है। इनमें से 3 अभियुक्त 1- नागाभूषण, 2-सुकन्या, 3- तिब्बत मूल के पेमा वांगमो साईबर थाने पर पंजीकृत अभियोगों में भी सम्मिलित हैं। तीनों को शीघ्र ही रिमाण्ड पर उत्तराखण्ड लाया जाएगा। पावर बैंक नामक एप के माध्यम से ठगी के सम्बन्ध में साईबर सैल दिल्ली में भी 29-5-2021 को अभियोग पंजीकृत किया गया है। दिल्ली पुलिस ने भी सम्बन्धित कम्पनियों के निदेशक एवं कम्पनी के CA अविक केडिया एवं रौनक सहित 11 आरोपोइयों को गिरफ्तार किया है। केडिया को भी शीघ्र रिमाण्ड पर उत्तराखण्ड लाया जाएगा ।

इसी किस्म के अपराध में साईबर सेल गुजरात में भी एक अभियोग दर्ज हुआ है। इसमें उनके नाम भी शामिल हैं, जिनको एसटीएफ उत्तराखण्ड ने गिरफ्तार किया है। ADG ने बताया कि अखबारों एवं सोशल मीडिया में प्रचार के बाद छोटी एवं बड़ी धनराशि से सम्बन्धित 55 शिकायतें इसी मामले और मिली हैं। दबिश दिए जाने पर एक अन्य अभियुक्त प्रकाश बैरागी (मियांपुर बेली-लखीमपुर खीरी) भी UP से गिरफ्तार किया गया है। वह धोखाधड़ी में संलिप्त कम्पनियों Maojaza Technology एवं Sumyth Pvt. Ltd का डायरेक्टर है। उसकी कम्पनी के खातों में पावर बैंक एप के माध्यम से की गई धोखाधड़ी के लगभग 57 करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ है।

पवन पाण्डेय के सी-7 एचआईजी फ्लैट, ग्रीन व्यू अपार्डमेंट सेक्टर-99 नोएडा UP के बैंक खातो में लगभग 28 लाख रुपये फ्रीज कराए गए हैं। प्रकाश बैरागी के खातों के भी 50 हजार रुपये फ्रीज कराए गए हैं। धोखाधड़ी से प्राप्त कुछ धनराशि को क्रिप्टो करेंसी के माध्यम से चीन भेजे जाने के साक्ष्य भी मिले हैं। पावर बैंक एप को Hongkong से संचालित किया जा रहा था। Honkong के xiaoxiao chen और China से Lin Xhin के नाम इस धोखाधड़ी में सामने आए हैं।

धोखाधड़ी बहुत बड़ी होने और विदेशी नागरिकों-कम्पनियों के भी इसमें संलिप्त होने के साक्ष्य मिलने के कारण CBI-IB-ED से भी समन्वय स्थापित कर सहयोग लिया जा रहा है। अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों से भी सम्पर्क किया जा रहा है। STF-साइबर सेल को कई अन्य संदिग्ध एप के सम्बन्ध में भ जानकारी मिली है। जो इसी प्रकार के अवैध कार्यो मे लिप्त हैं। EZ Point, Sun factory, Lightening Power Bank, EZ Coin, Fish+ इनमें प्रमुख हैं। Fish+ नामक एप की शिकायत उत्तरकाशी से की गई है। ADG ने कहा कि लोगों को ऑनलाईन एप के माध्यम से पैसे दोगुने करने, लक्की ड्रॉ, डिस्काउन्ट, लॉटरी के झांसे में नहीं आना चाहिए।

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