प्रवासियों को ट्रेन से जल्द वापस लाएगी उत्तराखण्ड सरकार, सारा खर्च भी उठाएगी
देहरादून: बाहरी राज्यों में लॉकडाउन के चलते फंसे उत्तराखंडियों को अब रेल मार्ग से भी वापस लाया जयेगा। मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने यह जानकारी दी। खास बात ये है कि दूसरे राज्यों से ट्रेन से लाने का सारा खर्च राज्य सरकार वहन करेगी। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने कुछ दिन पहले रेल मंत्री पीयूष गोयल से स्पेशल ट्रेनें चलाने की मांग की थी।
मुख्य सचिव ने कहा कि सरकार दूसरे राज्यों से उत्तराखण्ड लौटने के इच्छुक प्रवासियों को वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध है। जो लोग दूर दराज के क्षेत्रों में हैं उन्हें रेल के जरिए वापस लाया जयेगा। गुजरात व महाराष्ट्र को सूचना दी गई है कि सूरत, अहमदाबाद व पुणे से लोगों को ट्रेन से लाया जाना है। हमारी रेल मंत्रालय से बात हो चुकी है। संबंधित राज्यों को भी रेल मंत्रालय से बात करनी है। उत्तराखण्ड के लोगों को ट्रेन से लाने में जो भी व्यय आएगा, उसका वहन उत्तराखण्ड सरकार द्वारा किया जाएगा। केरल के दो शहरों से भी लगभग 1000 लोगों को लाया जाना है।
इन राज्यों से भी आएंगे इतने लोग
उत्तराखण्ड आने के लिए करीब 1 लाख 64 हजार लोगों ने पंजीकरण कराया है। अभी तक 8000 से ज्यादा लोगों को दूसरे राज्यों से लाया जा चुका है जबकि 8146 को राज्य के भीतर ही एक जिले से दूसरे जिले में भेजा गया है। जो भी उत्तराखण्ड लौटना चाहते हैं, उन्हें वापस लाया जाएगा। थोड़ा संयम और धैर्य रखने की जरूरत है। तमाम तरह की सावधानियां बरतनी होती है। इसलिए एक साथ इकट्ठा सबको नहीं लाया जा सकता है। स्वास्थ्य परीक्षण, वाहनों की व्यवस्था, रूकने की व्यवस्था आदि बातें देखनी होती हैं। सरकार इस काम में दिन रात लगी है। पूरा काम सुनियोजित तरीके से किया जाना है। हरियाणा से 1500 लोगों को निजी वाहन से आने की अनुमति दी गई है। यहां बसें भी भेजी जाएंगी। उदयपुर व जम्मू से 400-400 लोगों को लाने की व्यवस्था की जा रही है।