उत्तरकाशी में निर्माणाधीन सुरंग टूटी, 30 से 40 मजदूर फंसे, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
रैबार डेस्क : उत्तरकाशी में यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलक्यारा से डंडालगांव तक निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा भूस्खलन से धंस गया। हादसे में चनल के भीतर 35 से 40 मजदूरों के फंसे होने का अंदेशा है। हालांकि जिला प्रशासन का कहना है कि सुरंग के भीतर पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था है और सभी मजदूर फिलहाल सुरक्षित हैं। मलबे को हटाने का काम जारी है।
ब्राह्मखाल-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलक्यारा से डंडालगांव तक निर्माणाधीन टनल का एक छोर(सिलक्यारा की तरफ) से, आज सुबह अचानक चूच गया। बताया जा रहा है कि भूस्खलन के कारण चनल का यह हिस्सा धंसा। सुबह के समय शिफ्ट चेंजिंग के दौरान 40 के करीब मजदूर टनल के अंदर फंस गए। घटना की जानकारी मुलते ही पुलिस प्रशासन ने फौरन रेस्क्यू ऑपरेशन का जिम्मा संभाला।पुलिस के साथ एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, फायर, आपातकालीन 108 व निर्माणाधीन टनल में कार्यदायी संस्था NHIDCL की मशीनरी मौके पर पहुंचकर बोरवेलिंग व टनल खुलवाने का कार्य कर रहे हैं। टनल में मजदूरों के लिये पर्याप्त ऑक्सीजन सिलेंडर मौजूद हैं, एक अतिरिक्त ऑक्सीजन पाइप भी टनल के अंदर पहुंचा दिया गया है, टनल के अंदर सभी मजदूर सुरक्षित हैं।
सुरंग का निर्माण एनएचआईडीसीएल के निर्देशन में नवयुगा कंपनी कर रही है। मौके पर पांच 108 एंबुलेंस तैनात की गई हैं। एडीजी कानून व्यवस्था एपी अंशुमान ने बताया कि अभी किसी की मृत्यु की सूचना नहीं है। एसडीआरएफ और अन्य बचाव दल पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए है। सिलक्यारा की ओर सुरंग के द्वार से 200 मीटर की दूरी पर यह भूस्खलन हुआ है, जबकि जो मजदूर काम कर रहे थे वो वाहन द्वार के 2800 मीटर अंदर हैं। ऑलवेदर रोड प्रोजेक्ट के तहत तैयार की जा रही सुरंग की लंबाई 4.5 किमी है। इसमें से चार किमी तक निर्माण पूरा कर लिया गया है। पहले सुरंग निर्माण पूर्ण करने का लक्ष्य सितंबर 2023 था, लेकिन अब मार्च 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।