हरिद्वार: काली मंदिर पर पहाड़ी से भूस्खलन, मलबा आने से रेलवे ट्रैक बंद, देहरादून की तरफ ट्रेनों की आवाजाही बंद

रैबार डेस्क : हरिद्वार में पहाड़ी से भूस्खलन से बड़ा खतरा पैदा हो गया है। सोमवार सुबह काली मंदिर के पास पहाड़ी से भू स्खलन होने के कराण बड़ी तादात में मलबा रेलवे ट्रैक पर गिर गया। लोहे की जालियों को तोड़ते हुए बड़े बड़े पत्थर रेलवे ट्रैक पर जमा हो गये हैं जिससे ट्रेनों का संचालन प्रभावित हो गया है। सुरक्षा के चलते रेलवे स्टेशन पर कई ट्रेनों को रोका गया है।
सोमवार 8 सितंबर की सुबह हरिद्वार में भीमगोड़ा काली मंदिर टनल के पास सुबह अचानक भूस्खलन हो गया। जिससे रेलवे ट्रैक पर भारी मात्रा में मलबा आ गिरा। इसके साथ ही मंदिर में भारी मात्रा में मलबा गिरा। रेलवे ट्रैक बाधित होने से हरिद्वार-देहरादून-ऋषिकेश आने-जाने वाली ट्रेनों की आवाजाही बंद हो गई है। हादसे के बाद रेलवे की टीमें भी मौके पर पहुंच गई हैं। अब टीमों ने रेलवे ट्रैक से मलबा हटाने का कार्य शुरू किया है। ऐसे में देहरादून, ऋषिकेश जाने वाली ट्रेनों को हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर ही रोका गया है। बता दें कि बीते पांच अगस्त को भी यहां भारी मात्रा में भूस्खलन हुआ था। तब दो बाइक सवार मलबे की चपेट में आने से बाल बाल बचे थे।
फिलहाल आरपीएफ, जीआरपी के कर्मचारियों सहित रेलवे के कर्मचारी जेसीबी की मदद से ट्रैक को खोलने में जुटे हैं।
आज फिर से तेज बारिश के दौर
प्रदेश के पर्वतीय इलाकों में आज तेज दौर की बारिश होने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार देहरादून समेत पौड़ी, बागेश्वर और नैनीताल जिले के कुछ इलाकों में तेज दौर की बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। जबकि अन्य जिलों में भी तेज दौर की बारिश होने की संभावना है। आने वाले दिनों की बात करें तो 13 सितंबर तक प्रदेश भर में हल्की और तेज दौर की बारिश होने के आसार हैं।
देश में बारिश के बाद मलबा आने से 233 सड़कें बंद हैं । दो राष्ट्रीय राजमार्ग, 11 राज्य मार्ग, सात मुख्य जिला मार्ग, दो अन्य जिला मार्ग और 77 ग्रामीण मार्ग बंद हैं। उत्तरकाशी जिले में सबसे अधिक 44 सड़कें बंद हैं। जबकि पौड़ी में 22, टिहरी में 19, चमोली में 42, रुद्रप्रयाग में 28, देहरादून में 12, हरिद्वार में चार, पिथौरागढ़ में 25, अल्मोड़ा में 21, बागेश्वर में पांच, नैनीताल में छह और ऊधमसिंह नगर में पांच सड़कें बंद हैं।