पेपर लीक की CBI जांच के पक्ष में सांसद त्रिवेंद्र, बोले CM को युवाओं को CBI जांच का भरोसा देना चाहिए

रैबार डेस्क: पेपर लीक के विरोध में युवाओं का प्रदर्शन छठे दिन भी जारी है। देहरादून समेत प्रदेश के अलग अलग हिस्सों में प्रदर्शन तेजा होता जा रहा है। युवाओं की मांग है कि परीक्ष को रद्द किया जाए और पेपर लीक की जांच सीबीआई को सौंपी जाए। पूर्व सीएम और हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी युवाओं की इस मांग का समर्थन किया है। त्रिवेंद्र ने कहा है कि मुख्यमंत्री को चाहिए कि युवाओँ को भरोसा दें कि मामले की सीबीआई जांच होगी।
बचा दें कि रविवार को यूकेएसएसएससी की परीक्षा का पेपर लीक हो गया था। तब से लेकर युवा इसके विरोध में आंदोलनरत हैं। धामी सरकार हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज की निगरानी में पेपर लीक केस की SIT जांच करा रही है, लेकिन युवा सीबीआई जांच की मांग पर अड़े हैं। इस बीच अब सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बेरोजगारों के पक्ष में आते हुए CBI जांच कराने की बात कह दी है।
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस मामले पर खुलकर बोलते हुए कहा कि सरकारें झूठ बोलकर युवाओं को रोजगार देने की बात कहती हैं, जबकि हकीकत ये है कि सरकार सभी को सरकारी नौकरी नहीं दे सकती। इसलिए युवाओं को भी इस बात को समझना जरूरी है और स्वरोजगार की तरफ जाना चाहिए। सरकार को भी ऐसी ही नीति बनानी चाहिए कि युवा स्वरोजगार की तरफ बढ़े। सीबीआई जांच की बात पर सांसद त्रिवेंद्र ने कहा कि इस समय युवा पेपर लीक को लेकर बेहद ज्यादा आक्रोशित दिखाई दे रहे हैं। उन्हें लगता है कि मुख्यमंत्री को खुद मामले में सीबीआई जांच करने की बात का भरोसा युवाओं को देना चाहिए। सीबीआई जांच करने में कोई भी बुराई नहीं है, यदि सीबीआई जांच करने से युवाओं का भरोसा बनता है तो इस जांच के आदेश कर देने चाहिए।
बता दें कि इससे पहले सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सीबीआई जांच की मांग पर कहा था कि युवाओं द्वारा सीबीआई जांच की मांग करने का भर्ती प्रक्रिया पर असर पड़ेगा। कुछ लोग यही साजिश रच रहे हैं। जबकि जबकि सरकार का उद्देश्य पारदर्शिता और समयबद्धता के साथ भर्ती करना है। सरकार भर्ती में देरी के कारण किसी भी युवा के साथ अन्याय नहीं होने देगी।