CM सौर स्वरोजगार योजना के 11 परियोजना पत्र आवंटित, LED निर्माण में लगे SHG को मिलेगी 50 हजार की राशि
देहरादून: ऊर्जा संरक्षण दिवस के अवसर पर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना (Mukhyamantri Solar Self Employment ) के तहत 11 उद्यमियों को ‘परियोजना आवंटन पत्र वितरित किए। इसके अलावा एलईडी निर्माण कार्यों में लगे महिला समूहों को ‘एनर्जी वॉरियर्स’ के रूप में सम्मानित किया। इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने ‘ऊर्जा दक्ष ग्राम’ के प्रधानों को भी प्रशस्ति पत्र वितरित कर सम्मानित किया।
माँ-बहनों के सिर से घास-लकड़ी का बोझा उतारेंगे: CM
सीएम ने सभी स्वयं सहायता समूहों को ऊर्जा संरक्षण दिवस की बधाई देते हुए कहा कि हमारा अगला फोकस अपनी माँ-बहनों के सिर से घास-लकड़ी का बोझा उतारना है। इस दिशा में कार्य किया जा रहा है।
LED निर्माण में लगे महिला समूहों को बूस्ट
सीएम त्रिवेन्द्र ने एल.ई.डी. निर्माण में लगे सभी महिला स्वयं सहायता समूहों के लिए 50-50 हजार के रिवाॅल्विंग फंड की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने महिला स्वयं सहायता समूहों से बात भी की। उन्होंने कहा कि इनका ‘दरांती से साॅल्डरिंग रोड के बीच का सफर’ अन्य लोगों के लिए प्रेरणादायक है। स्वरोजगार से जुड़कर महिलाओं का आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता बढ़ी है। उनके मन में विश्वास पैदा हुआ है कि वे उद्यम के क्षेत्र में भी बहुत कुछ कर सकती हैं। सीएम ने कहा कि ग्रोथ सेंटर स्वरोजगार के क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। रेडीमेड गारमेंट्स के क्षेत्र में भी ग्रोथ सेंटर्स की अपार सम्भावनाएं हैं। स्कूल ड्रेस, डॉक्टर्स-नर्स आदि के लिए ड्रेसिज तैयार करने पर भी फोकस किया जाना चाहिए।
सीएम ने कहा देवभूमि उत्तराखण्ड में अनेकों मंदिर हैं। मंदिरों के कपाट खुलने व बंद होने, व अन्य धार्मिक अनुष्ठानों में सजावटी कार्यों के लिए स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य में देश-विदेश से पर्यटक आते हैं, जो अपने साथ क्षेत्र की स्मृति चिन्ह ले जाना चाहते हैं।
मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों से कहा कि स्थानीय दुकानदारों से बातचीत कर स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों की बिक्री हेतु प्रोत्साहित किया जा सकता है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि अपने कार्यालयों, हैलीपैड, स्थानीय बाजारों में ‘वोकल फॉर लोकल’ का प्रचार-प्रसार करते हुए, एक विंडो उपलब्ध करायी जानी चाहिए, ताकि इनके उत्पादों को बाजार मिल सके।