गढ़वाल विश्वविद्यालय में कृषक कार्यशाला का आयोजन, ग्रामीण कास्तकारों ने सीखी कृषि बागवानी की बारीकियां
रैबार डेस्क: हेमवती नंदन बहुगुणा गढवाल (केंद्रीय) विश्वविद्यालय स्थानीय किसानों को खेती, बागवानी की ट्रेनिंग में मददगार बन रहा है। (Agri horticulture training program for local farmers by HNB Garhwal University) यूनिवर्सिटी के कृषि एवं उद्यान संकाय द्वारा स्थानीय किसानों के लिए कृषक कार्यशाला का आय़ोजन किया गया जिसमें विभिन्न दूरस्थ गांवों के 60 कास्तकारों ने खेती, बागवानी की बारीकियां सीखी।
कुलपति अन्नपूर्णा नौटियाल की मौजूदगी में चौरास परिसर में विश्वविद्यालय के कृषि एवं उद्यान संकाय ने एक दिवसीय कृषक प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की थी। जिसमें टिहरी जिले के जाखणीधार, प्रतापनगर, कीर्तिनगर ब्लॉक के 60 से अधिक ग्रामीण महिला काश्तकारों ने बागवानी औऱ खेती के गुर सीखे। इस दौरान कुलपति प्रोफेसर अन्नपूर्णा नौटियाल ने कहा कि राज्य में बागवानी के विस्तार एवं विकास में महिलाओं की विशेष भूमिका रही है। विश्वविद्यालय का उद्यानिकी विभाग बागवानी के क्षेत्र में कार्य कर रही महिलाओं को बागवानी की नवीनतम विधियों का समय-समय पर प्रशिक्षण देगा, जिससे स्थानीय कास्तकारों की आजीविका में सुधार हो सके।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि एवं प्रगतिशील कश्तकार सुखदेव पंत ने उद्यान विभाग द्वारा काश्तकारों के हित में चलाए जा रहे प्रसार कार्यों की प्रशंसा करते हुए राज्य के समग्र कृषि विकास के लिए एकजुटता के साथ काम करने पर जोर दिय ।
कार्यशाला संयोजक प्रोफेसर डॉ० तेजपाल सिंह बिष्ट ने काश्तकारों को उद्यान विभाग की प्रदर्शनी के माध्यम से बागवानी की बैज्ञानिक विधियों और नवीनतम तकनीकों के बारे में किसानों को जानकारी दी। उन्होंने किसानों को एकीकृत कृषि प्रणाली अपनाने का सुझाव दिया जिससे प्रत्येक काश्तकार प्रशिक्षण से प्राप्त जानकारी को अपने खेत में अपना सके ।
कार्यशाला में विभागाध्यक्ष ग्रामीण प्रौद्योगिकी विभाग, प्रो० आर० एस० नेगी, वानिकी एवं प्राकृतिक संसाधन विभाग के वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो० आर० सी० सुन्द्रियाल एवं संकाय सदस्य डॉ० मुनीष कुमार, डॉ० के० एन० शाह, डॉ० विवेक, डॉ० तनुजा, श्री सन्त कुमार, शील बायोटेक से आये अद्यिकारियों एवं उद्यानिकी विभाग के शोधार्थी ने भी प्रतिभाग किया ।