2024-04-26

भागीरथी फाउंडेशन का भगीरथ प्रयास, लॉकडाउन में कोई न रहे भूखा, बेजुबानों के भी हमदर्द बने

लॉकडाउन के बीच कई परिवार ऐसे हैं जिनके सामने खाने पीने का संकट उभर आया है, कई मजदूर जो मुसीबत में फंसे हैं उनको भी दिक्कतें हो रही हैं। ऐसे परिवारो के लिए सामाजिक कार्यकर्ता अपनी देश प्रेम की भावना से इन नागरिको की मदद कर रहे है। भागीरथी फाउंडेशन ट्रस्ट भी जरूरतमंद लोगों तक हरसम्भव मदद पहुंचाने के भगीरथ प्रयास कर रहा है
भाजपा भीमताल के मंडल अध्यक्ष मनोज भट्ट के नेतृत्व में संस्था द्वारा
पिछले एक महीने से लगातार जरूरतमन्दों की मदद की जा रही है। संस्था प्रत्येक जरूरतमंद को 5 किलो आटा, 3 किलो चावल, 1 किलो दाल, मसाले, नमक व साबुन आदि के वैकेट वितरित कर रही है। शुरुआत में संस्था द्वारा रोजाना ऐसे 30 से 50 पैकेट बांटे गए, लेकिन कारवां बढ़ा तो अब रोजाना करीब 200 पैकेट जरूरतमन्दों तक पहुंचाए जा रहे हैं। संस्था का एक ही मकसद है कि कोई भी भूखा न रहे।

संस्था के संरक्षक व उत्तराखंड मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रमेश भट्ट कहते हैं:
वैसे तो राज्य सरकार लॉक डाउन में प्रत्येक व्यक्ति की आवश्यक्ताओं का ध्यान रख रही है, फिर भी कुछ लोग कई कारणों से छूट जाते हैं, जिनके सामने भोजन की दिक्कत आ रही है। भागीरथी फाउंडेशन ऐसे ही जरूरतमन्दों तक पहुंचाती है।संस्था का एक ही उद्देश्य है कि कोई भी नागरिक भूखा ना सोए।

संस्था की ओर से अब तक करीब 2000 लोगों को राशन के पैकेट वितरित किए जा चुके हैं। इसके अलावा हल्द्वानी के आसपास करीब 2000 गरीब, असहाय और मजदूर लोगों को पका हुआ भोजन भी वितरित किया जा चुका है। ख़ास बात ये कि नैनीताल और आसपास के जिलों में कई ऐसे दूरस्थ क्षेत्र हैं जहां सरकारी मशीनरी का लाभ बहुत देर से पहुंचता है, ऐसे दुर्गम क्षेत्रों में भी भागीरथी फाउंडेशन मदद के हाथ बढ़ा रहा है। फाउंडेशन भीमताल, नौकुचियाताल, जंगलियांगाँव, चाफ़ी, धारी जैसे क्षेत्रों में सक्रिय रूप से मदद कर रहा है।

नैनीताल झीलों का शहर है और झीलों के किनारे बड़ी तादात में पक्षियों का जमावड़ा लगता है। लॉकडाउन के दौरान इंसानों की भूख मिटाने के लिए कई हाथ बढ़ रहे हैं लेकिन इन बेजुबानों को दाना पानी सामान्य तौर पर नहीं मिल पा रहा है। भागीरथी फाउंडेशन ने ऐसे बेजुबानों के लिए भी दाना पानी का प्रबंध किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना वॉरियर्स की हौसलाअफजाई के लिए प्रेरित करते रहे हैं। भागीरथी फाउंडेशन ने भी भीमताल में स्वच्छता कर्मियों, डॉक्टर्स, पुलिस व प्रशासन से जुड़े ऐसे कोरोना वॉरियर्स का सम्मान उन पर फूल बरसाकर किया।

उत्तराखंड रैबार परिवार भागीरथी फाउंडेशन के प्रयासों को सलाम करते हुए लोगों से अपील करता है कि संकट की इस घड़ी में मिलजुलकर आगे आएं और अपनी क्षमता अनुसार जरूरतमन्दों की अवश्य मदद करें।

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