भाजपा कार्यकर्ता का छलका दर्द, क्या पार्टी छोड़ दूं, ललित के घर हुई चोरी के एक महीने बाद भी पुलिस खाली हाथ
रैबार डेस्क: पौड़ी से सटे ल्वाली बाजार में गत 24 जुलाई को हुई चोरी का अभी खुलासा भी नही हो पाया । एक महीने बाद भी पुलिस खाली हाथ है। इससे पीड़ित भाजपा कार्यकर्ता हताश है। ललित नैनवाल ने अपना दर्द साझा करते हुए लिखा है कि क्या मैं अपनी जन्मभूमि छोड़ दूं या भाजपा छोड़ दूं?
बता दें कि विगत 24 जुलाई को ल्वाली बाजार में ललित नैनवाल के घर पर चोरों ने धावा बोला। चोरों ने पहले सीसीटीवी कैमरे के तार तोड़े और उसके बाद ताला तोड़कर जेवरात समेत करीब 3 लाख का सामान और नकदी पर हाथ साफ कर लिया। ललित नैनवाल ने इस मामले में फौरन एफआईआर भी करवाई, लेकिन पौड़ी पुलिस अब तक खाली हाथ है।
आरोपियों का अब तक कोई सुराग न मिलने से चोरों के हौसले बुलंद हैं। आए दिन पौडी के ग्रामीण इलाकों में चोरी की वारदातें बढ़ रही हैं। इससे हताश भाजपा कार्यकर्ता ललित नैनवाल का कहना है कि उन्होंने पार्टी के जिम्मेदार लोगों तक भी अपनी बात रखी, बावजूद इसके कोई उनकी नहीं सुन रहा। ललित नैनवाल ने फेसबुक पर दर्द साझा करते हुए लिखा है ,,,क्या मैं चोर डकैतों की डर से अपनी जन्मभूमि को त्याग दूँ? या मैं भाजपा छोड़ दूँ? जब मुझ जैसे सक्रिय कार्यकर्ता को इतना भटकना पड़ रहा है तो उत्तराखंड में आम व्यक्ति की क्या औकात है? क्या भाजपा के किसी बड़े नेता के घर डकैती पड़ेगी तो इसी तरह खुलासा करेगी पुलिस कछुवा गति से?
सन 1998 से लगातार निःस्वार्थ भाव औऱ कर्मठता से भारतीय जनता पार्टी के लिए समर्पित होने के वावजूद अगर मेरे घर हुई तोड़फोड़ और चोरी का खुलासा नहीं हो पाया है,तो मैं इसके लिए किसे जिम्मेदार समझूँ मेरी समझ से बाहर है।क्या भाजपा कार्यकर्ता की यही नियति है। जब फरवरी में वहां पुलिस चौकी की घोषणा हुई है तो अभी तक चौकी क्यों विधिवत रूप से वहाँ स्थापित नही हुई,जुलाई23 में मेरे घर चोरी औऱ तोड़फोड़ हुई,ये आखिर किसकी चूक है,पौड़ी पुलिस की या सरकार की?