राज्य स्थापना दिवस पर CM करेंगे पांचवें धाम (सैन्यधाम) का शिलान्यास , ट्रेंचिंग ग्राउंड पर बनेगा भव्य शौर्य स्थल
उत्तराखंड में बनेगा पांचवां धाम। सैनिकों, शहीदों को समर्पित सैन्यधाम। राज्य स्थापना दिवस पर सीएम करेंगे शिलन्यास, पीएम मोदी ने दिया था सैन्यधाम का मंत्र।
देहरादून: उत्तराखंड के चारधाम विश्वविख्यात हैं। जल्द ही यहां एक पांचवें धाम (Fifth Dham) की स्थापना से प्रदेश की अलग पहचान होगी। यह धाम देवी देवताओं को समर्पित न होकर शहीदों को शमर्पित होगा। दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड को सैन्यधाम (Sainyadham) की संज्ञा दी थी, उसी दिशा में आगे बढ़ते हुए राज्य सरकार अब सैन्यधाम कीस्थापना करने जा रही है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत (Trivendra Singh Rawat) राज्य स्थापना दिवस पर 9 नवंबर को सैन्य धाम का शिलान्यास करेंगे।
राज्य स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सहस्त्रधारा रोड स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड की जमीन पर पांचवें धाम का शिलान्यास करेंगे। इस हेतु मेयर गामा ने नगर निगम अधिकारियों को ट्रेंचिंग ग्राउंड की सफाई और समतलीकरण तेज करने के निर्देश दिए हैं। ट्रेंचिंग ग्राउंड के लिए चार हेक्टेयर यानी करीब 50 बीघा जमीन उपलब्ध कराई जा रही है। इसके बाद जो भी जमीन बचेगी, उसमें सार्वजनिक पार्क बनाया जाएगा। पिछले साल राज्य स्थापना दिवस समारोह के दौरान आयोजित सैन्य सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने शौर्य स्थल सैन्य धाम निर्माण का ऐलान किया था। इलके बाद नगर निगम को जमीन चिन्हित करने के निर्देश दिए थे।
डिजीटल होगा सैन्यधाम
देहरादून में स्तापित होने जा रहे पांचवें धाम को चार धामों की तरह देश दुनिया के आकर्षण का केंद्र बनाने के प्रयास हैं। पांचवां धाम उत्तराखंड की गौरवशाली सैन्य परंपरा, बलिदान के इतिहास औऱ वीरता कोसमर्पित होगा। सैन्यधाम में न केवल शहीदों को याद करने का जरिया बोगा बल्कि यहां देश दुनिया से लोग आ सकें ऐसी भी कोशिशें की जाएंगी। यह सैन्यधाम डजिजीटल रूप में भी तैयार किया जाएगा। यहां 1947 के बाद देश रक्षा में बलिदान देने वाले हर सैनिक का नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा था कि प्रदेश में चारधाम के बाद यह पांचवें धाम के रूप में पूजा जाएगा।
पीएम ने दिया था सैन्यधाम का मंत्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उत्तराखंड में पांचवा धाम (सैन्य धाम) बनाने की घोषणा कर चुके हैं। प्रधानमंत्री के सुझाव पर सरकार ने दून में शौर्य स्थल को पांचवें धाम यानी सैन्य धाम के रूप में धरातल पर उतारने की योजना पर काम शुरू कर दिया था। सरकार शौर्य स्थल को लेकर पहले से पर्याप्त बजट प्रस्तावित कर चुकी है। ऐसे में शौर्य स्थल को डिजिटल धाम बनाया जाना प्रस्तावित है। सैन्य धाम में देश की रक्षा में शहीद सैनिकों की वीरगाथा से लेकर सूबे के सैनिक बाहुल्य क्षेत्र से जुड़ी जानकारी एक ही क्लिक पर मिलेगी।
ऐसे होगा कूड़ा निस्तारण
प्रस्तावित सैन्यधाम जहां नेगा वहां कूड़े कार बड़ी समस्या है। दरअसल यहां ट्रेंचिंग ग्राउंड है, जहां वर्षों तक शहर का कचरा डंप किया जाता रहा है। नगर निगम के लिए अब कचरे का निस्तारण सबसे बड़ी चुनौती है। नगर निगम इंदौर की तर्ज पर कचरे का निस्तारण करेगा। इंदौर में भी बायोरेमिडिएशन पद्धति के जरिए इंदौर में कूड़े के पहाड़ को समाप्त किया गया था।इस पद्धति के माध्यम से पुराने कूड़े का निस्तारण किया जाता है, जिसमें जरूरत के हिसाब से एक या दो ट्रॉमल लगाए जाते हैं। आरडीएफ (रिफ्यूज ड्राई फ्यूल) और कंपोस्ट को कूड़े से अलग किया जाता है।शेष की एचडीपीई लाइनर, जियो सिंथेटिक क्लेलाइनर आदि प्रोसेस के जरिए वैज्ञानिक ढंग से कैपिंग कर दी जाती है। बायो रेमिडिएशन पद्धति के जरिए कूड़ा निस्तारित करने से कंपोस्ट और आरडीएफ निकलेगा, उससे नगर निगम की कमाई भी होगी। कंपोस्ट का प्रयोग खेतों में किया जा सकता है, जबकि ज्वलनशील पदार्थ होने के चलते आरडीएफ का प्रयोग सीमेंट प्लांट आदि में किया जा सकता है।