हरीश धामी के तल्ख तेवर, जहां सम्मान नहीं उस पार्टी को छोड़ना बेहतर, देवेंद्र यादव पर बरसे धामी
रैबार डेस्क: क्या एक बार फिर कांग्रेस के होंगे दो टुकड़े? आज शाम को प्रस्ताविक कांग्रेस के 10 नाराज विधायकों की बैठक से राजनीति में भूचाल है। धारचूला विधायक हरीश धाम खुलकर बगावत का बिगुल फूंक चुके हैं। उन्होंने साफ कहा है कि सीनियर नेताओं की घोर उपेक्षा हुई है और इस सारे घटनाक्रम की वजह प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव हैं। (congress MLA Harish Dhami Slams prabhari devendra yadav threatens to quit party) इस बीच पार्टी अध्यक्ष करन माहरा ने पार्टी मे किसी तरह की गुटबाजी से इनकार किया है। माहरा ने अपील की है कि पार्टी के नेता अपनी परेशानियों को सोशल मीडिया में न रखकर पार्टी फोरम में रखें।
दरअसल चुनाव में करारी हार झेल चुकी कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। गुटबाजी के लिए बदनाम कांग्रेस अब टूट की कगार पर है। कांग्रेस के विधायक ही अब ये दावा करने लगे हैं। धारचुला विधायर हरीश धामी ने यहा तक कह दिया कि जिस पार्टी में सम्मान नहीं है उसे छोड़ भी सकते हैं, और अपना अलग दल बनाकर जनता की आवाज को उठा सकते हैं। धाम ने पार्टी प्रभारी देवेंद्र यादव पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को डुबोने का काम प्रभारी देवेंद्र यादव ने किया है। हमारे हारने का कारण मुस्लिम यूनिवर्सिटी नहीं बल्कि देवेंद्र यादव है। प्रभारी ने कांग्रेस को अपनी संपत्ति समझ लिया था और मनमर्जी सारे फैसले लिए। जो लोग क्षमतावान थे, उन्हें दरकिनार कर दिया गया। पार्टी के सीनियर नेताओं का सम्मान नहीं हुआ। होटल मधुभन में जो कृत्य किए उतना खर्चा धरातल पर होता तो कुछ होता। हरीश धामी तो ये भी ऑपर कर चुके है कि अगर उनके क्षेत्र की जनता चाहेगी तो मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के लिए अपनी सीट भी छोड़ सकते हैं।
धामी कांग्रेस के ऐसे अकेले बागी नहीं हैं। उनके साथ 6-7 अन्य विधायक भी बताए जा रहे हैं। ये सभी लोग हाल में प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष पद पर हुई नियुक्तियों से नाराज हैं। अब सबकी नजरें आज शाम को इन विधायकों की बैठक पर टिकी है