दुखद खबर: चमोली का लाल भटिंडा में शहीद, कमांडो ट्रेनिंग ले रहे थे सूरज सिंह
रैबार डेस्क: शनिवार को सैन्यधाम उत्तराखंड के लिए दो बडी खबरें रही। एक तरफ 29 जांबाज कैडेट आईएमए से पास आउट होकर भारतीय सेना में अफसर बनें, वहीं दूसरी ओर चमोली जिले के सूरज सिंह की शहादत से शोक का माहौल है।indian army jawan from uttarakhand martyred during commando training in bhatinda
चमोली जिले के नारायण बगड़ के कंसोला गांव के रहने वाले सूरज सिंह गढ़वाल राइफल में तैनात थे। वह पंजाब के भटिंडा में स्पेशल कमांडो की ट्रेनिंग प्राप्त कर रहे थे। ट्रेनिंग के दौरान उनके शहीद होने की खबर सामने आई। सूरज सिंह के पिता करण सिंह भी असम राइफल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।वह वर्तमान में असम के तेजपुर में तैनात हैं। सूरज सिंह के बड़े भाई पंकज सिंह भी आर्मी मेडिकल कोर में भर्ती है। वह फिलहाल श्रीनगर जम्मू कश्मीर में तैनात है।
सूरज की शहादत की खबर से कंसोला गांव में मातम पसरा है। गांव की ग्राम प्रधान कमला देवी का कहना है कि उनका बेटा और सूरज एक साथ सेना में भर्ती हुए थे। दोनों ने एक साथ शपथ ली थी और आज इस खबर से वह बेहद दुखी हैं। है उन्होंने कहा कि दुख की इस घड़ी में सारा क्षेत्र शहीद परिवार के साथ है। शहीद जवान का पार्थिव शरीर कल सैन्य सम्मान के साथ गांव लाया जाएगा। पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत ने सूरज की शहादत पर गहरा दुख प्रकट किया है।