गणतंत्र परेड: राजपथ पर दिखेगी केदारखंड की झलक, कस्तूरा मृग, मोनाल भी दिखेंगे
रैबार डेस्क : गणतंत्र दिवस पर आयोजित होने वाली परेड (Republic Day parade) में इस बार भी उत्तराखंड की झांकी प्रदर्शित की जाएगी। इस बार उत्तराखंड की झांकी (uttarakhand tableau) में केदारनाथ धाम के साथ साथ राज्य पशु ‘कस्तूरी मृग‘, राज्य पक्षी ‘मोनाल’ तथा राज्य पुष्प ‘ब्रह्मकमल’ राजपथ की शोभा बढ़ाएंगे।
भारत सरकार को झांकी के चयन हेतु दिनांक 31 दिसम्बर, 2020 को आदेश जारी कर दिये गये हैं। महानिदेशक, सूचना, डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया कि रक्षा मंत्रालय भारत सरकार में पांच बार की बैठक के पश्चात उत्तराखंड की झांकी को भी गणतंत्र दिवस परेड में स्थान मिला है। इस वर्ष राज्य की ओर से प्रदर्शित की जाने वाली झांकी का विषय ‘केदारखण्ड’ रखा गया है। झांकी के अग्र भाग में राज्य पशु ‘कस्तूरी मृग‘, राज्य पक्षी ‘मोनाल’ एवं राज्य पुष्प ‘ब्रह्मकमल’ तथा पार्श्व भाग में केदारनाथ मन्दिर परिसर एवं ऋद्धालुओं को दर्शाया गया है।
झांकी के चयन हेतु रक्षा मंत्रालय भारत सरकार में आयोजित पांच स्तर की बैठकों में विभाग के उपनिदेशक, के.एस.चौहान द्वारा झांकी के थीम, डिजाइन, मॉडल तथा संगीत आदि का सफल प्रस्तुतिकरण किया गया जिसके फलस्वरुप राज्य की झांकी को गणतंत्र दिवस परेड-2021 में अन्तिम रुप से चयनित किया गया है। झांकी डिजाइन के चयन की एक बहुत जटिल प्रक्रिया होती है, इस वर्ष प्रारम्भ में 32 राज्य एवं केन्द्रशासित प्रदेशों ने प्रतिभाग किया था जिसमें से अंतिम रुप से केवल 17 राज्यों का चयन किया गया है।
इससे पहले भी उत्तराखंड राज्य द्वारा 2003 में ‘फुलदेई’, 2005 में ‘नंदाराजजात’, 2006 में ‘फूलों की घाटी’, 2007 में ‘कार्बेट नेशनल पार्क’, 2009 में ‘साहसिक पर्यटन’, 2010 में ‘कुम्भ मेला हरिद्वार’, 2014 में ‘जड़ी बूटी’, 2015 में ‘केदारनाथ’, 2016 में ‘रम्माण’, 2018 में ‘ग्रामीण पर्यटन’ तथा 2019 में ‘अनाशक्ति आश्रम (कौसानी प्रवास एवं अनाशक्ति)’ विषयों पर आधारित झांकियों का सफल प्रदर्शन राजपथ पर किया जा चुका है।