सिविल सेवा परीक्षा में पहाड़ की बेटियों का डंका, दुकानदार की बेटी बनेगी IAS.मुद्रा ने हासिल की 53वीं रैंक

रैबार डेस्क: संघ लोकसेवा आयोग 2022 की परीक्षा के नतीजे घोषित हो गए हैं। नतीजों में उत्तराखंड की बेटियों ने भी अपना डंका बजाया है। चमोली के कर्णप्रयाग निवासी मुद्रा गैरोला ने 53वीं रैंक हासिल की है जबकि बागेश्वर की कल्पना पांडे ने 102वां स्थान हासिल किया है। इसके अलावा करीब आधा दर्ज अन्य बेटियों ने भी यूपीएससी परीक्षा की मेरिट लिस्ट में जगह बनाई है। मुद्रा और कल्पना की उपलब्धियों पर परिजनों को बधाई देने वालों का तांता लगा है। many girsl from uttarakhand gets success in civil services exam, mudra got 53rd rank
चमोली जनपद की कपीरी पट्टी के ग्राम बांगड़ी निवासी मुद्रा गैरोला ने लगातार दूसरी बार यूपीएससी परीक्षा पास की है। मुद्रा इस बार 53 वीं रैंक प्राप्त कर आईएएस के लिए चयनित हुई हैं। मुद्रा पिछले वर्ष यूपीएससी परीक्षा में 165 रैंक के साथ आईपीएस हेतु चयनित हुई थी और वर्तमान में आईपीएस ट्रेनिंग अकादमी हैदराबाद में प्रशिक्षण ले रहीं हैं। मुद्रा की उपलब्धि पर उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा है। मुद्रा का परिवार वर्तमान में दिल्ली में रहता है। मुद्रा छोटी आयु से ही आईएएस बनने का सपना देखा करती थीं, और इस सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने निरंतर प्रयत्न भी किया। अब मुद्रा लाल बहादुर शास्त्री अकादमी मसूरी देहरादून में प्रशिक्षण लेंगी।
उधर बागेश्वर के गरुड़ में दुकान चलाने वाले रमेश चंद्र पांडे की बेटी कल्पना पांडे ने भी सिविल सेवा परीक्षा में झंडे गाड़े हैं। उनको 102वीं रैंक मिली है। कल्पना मूल रूपसे गरुड़ की ग्राम पंचायत दर्शानी के खडेरिया गांव की निवासी हैं। कल्पना तीन बहनों में सबसे छोटी हैं। कल्पना ने कक्षा 10 तक की शिक्षा सेंट एडम्स पब्लिक स्कूल से प्राप्त की। उसके बाद आगे की पढ़ाई के लिए वह दिल्ली चली गई। कल्पना की इस उपलब्धि से पूरे गांव में खुशी की लहर है।
उधर रुद्रप्रयाग जिले के जखोली ब्लॉक केभरदार की बेटी कंचन डिमरी का आईएएस में चयन हो गया है। उनकी कामयाबी पर न केवल स्वीली गांव बल्कि रुद्रप्रयाग जनपद सहित प्रदेश में खुशी की लहर छा गई है। कंचन बहुत ही सामान्य परिवार में पली बढ़ी और उन्होंने स्वयं के संसाधनों से इस सफलता को हासिल किया है। इसके अलावा संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में पहाड़ की बेटियों ने परचम लहराया है। अल्मोड़ा की मूल निवासी हाल हल्द्वानी निवासी दीक्षिता जोशी, रामनगर की कृति जोशी व साक्षी, और रुद्रपुर की गरिमा भी सफल हुई हैं।