सीएम के ट्वीट से अपने घर पहुंचा माँ बाप से बिछड़ा मानसिक दिव्यांग, मित्र पुलिस की सराहनीय भूमिका
सोशल मीडिया का सही दिशा में सदुपयोग हो तो इससे बड़े बड़े काम बन सकते हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को किए गए सिर्फ एक ट्वीट से उत्तरप्रदेश के मैनपुरी में भटक रहा मानसिक रूप दिव्यांग व्यक्ति अल्मोड़ा स्थित अपने घर पहुंच गया।
दरअसल 30 मई को मैनपुरी निवासी के सी दुबे ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को टैग करते हुए ट्वीट किया था कि मैनपुरी में उनके घर के आसपास एक मानसिक रूप से दिव्यांग सड़कों पर भटक रहा है, पूछताछ पर उसके द्वारा मजखाली, रानीखेत, द्वाराहाट आदि का नाम ले रहा था। इधर उधर भटकने पर उसे कुछ चोटें भी आई थी, जिसका स्थानीय लोगों ने इलाज किया था। इस बात की जानकारी दुबे ने सीएम त्रिवेंद्र को दी।
यह ट्वीट मिलते ही फौरन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने उत्तराखंड पुलिस व महानिदेशक कानून व्यवस्था, अशोक कुमार को टैग करते हुए इस मामले पर त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री का ट्वीट मिलते ही अल्मोड़ा पुलिस इस मिशन में जुट गई। SSP अल्मोड़ा द्वारा मैनपुरी में संपर्क किया गया। मनोज द्वारा बताए गए पते मजखाली, रानीखेत क्षेत्र में उसकी फोटो पहचान हेतु भेजकर उसकी पहचान लगाने का प्रयास किया गया। आखिरकार मेहनत रंग लायी और मनोज के पिता का पता लग सका। युवक मनोज नाथ के पिता पूरन नाथ अल्मोड़ा के ग्राम कामा, पो0-बग्वालीपोखर, क्षेत्र में रहते हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि उनका बेटा दिमागी रूप से अस्वथ्य है, कई बार दिल्ली, बरेली एवं हल्द्वानी सुशीला तिवारी अस्पताल से इलाज भी करवाने पर भी उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ। मनोज मार्च 2019 में घर से मैनपुरी के लिए निकला था, परिवार का तब से उससे कोई सम्पर्क नहीं हो पाया था। इस सूचना पर रविवार को SI हरि राम एवं कॉन्स्टेबल संन्तोष यादव मैनपुरी रवाना हुए। मैनपुरी निवासी के सी दुबे के साथ छानबीन कर मनोज का पता लगाया गया और उसे सोमवार को वापस अपने घर अल्मोड़ा सकुशल भेज दिया गया।
पुलिस के इस त्वरित एक्शन की मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सराहना की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड पुलिस ने सही मायनों में मित्र पुलिस की भूमिका निभाई है।
एक मानसिक दिव्यांग के मामले पर जिस तत्परता के साथ मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने एक्शन लिया वह तारीफ के काबिल है। उत्तराखण्ड पुलिस ने भी इस मामले में सराहनीय भूमिका निभाई। मैनपुरी निवासी के सी दुबे ने भी मानवता धर्म निभाते हुए सूझबूझ का परिचय दिया और इस मुद्दे को सीएम तक पहुंचाया।