पहाड़ के किसान ने जैविक धनिए का सबसे ऊंचा पौधा उगाया, गिनीज बुक में दर्ज हुआ नाम
अल्मोड़ा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखण्ड को जैविक स्टेट बनाने का संकल्प दिया था। अब पहाड़ के कास्तकार गोपाल उप्रेती ने दुनिया का सबसे ऊंचा जैविक धनिया का पौधा उगाकर इस दिशा में पहल की है। गोपाल उप्रेती की इस उपलब्धि को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में जगह मिली है। इससे राज्य के कास्तकारों में खुशी की लहर है।
गोपाल द्वारा उगाए गए दुनिया के सबसे ऊंचे धनिया के पौधे की ऊंचाई 7.1 फ़ीट यानी 2.16 मीटर है। गोपाल के प्रयासों को आज दुनिया सलाम कर रही है। 21 अप्रैल को गोपाल ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए आवेदन किया था जिसे अब सर्टिफाई कर दिया गया है।
दिल्ली जैसे शहरों में नौकरी करने के बाद गोपाल उप्रेती पहाड़ लौट आये और जैविक खेती में हाथ आजमाने लगे। 2016 से उन्होंने जैविक खेती की शुरुआत की। रानीखेत के जी एस ऑर्गेनिक एप्पल फॉर्म में गोपाल उप्रेती ने जैविक पद्धति से धनिया की खेती की है, जिसमें पॉलीहाउस का इस्तेमाल नहीं किया गया है। खास बात ये है कि इस फार्म में एक नहीं बल्कि धनिया के कई पौधे हैं जिनकी ऊंचाई 7 फ़ीट या इसके आसपास है।
उप्रेती के मुताबिक रिकॉर्डधारी पौधे को उगाने में विशुद्ध जैविक खाद यानी गोबर का प्रयोग हुआ है। उप्रेती जैविक खाद के प्रयोग से कई तरह के फल और सब्जियों का भी उत्पादन करते हैं। इगोपाल के फार्म के एक पौधे से कम से कम 500 से 600 ग्राम धनिया निकलता है जबकि कुछ बड़े पौधों से तो 700 से 800 ग्राम तक धनिया निकलता है। इस तरह जैविक खेती से न सिर्फ पैदावार बढ़ी है बल्कि इसके दाम भी अच्छे मिलते हैं। गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड्स में अपना नाम दर्ज होने पर खुशी जाहिर करते हुए उप्रेती ने कहा कि यह समस्त भारत के किसानों का सम्मान है, खासतौर से जैविक कृषि के क्षेत्र में यह एक बड़ी उपलब्धि है।