2024-05-06

अनाथों को मिला ‘बुआ-मामा’ के वात्सल्य का सहारा, 1064 बच्चों के खातों में पैसा ट्रांसफर

रैबार डेस्क: कोरोना काल में कोविड 19 या अन्य बीमारियों से अनाथ हुए बच्चों की देखभाल,पोषण, शिक्षण व संरक्षण के लिए मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना (mukhyamntri vatsalya yojana) शुरू कर दी गई है। पहले चरण में योजना के पात्र ऐसे 2347 चयनित किए गए हैं जिन्होंने कोविड काल मे अपने माता पिता या कमाऊ सदस्य को खोया है। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी व महिला एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने योजना की शुरुआत की। इस दौरान 1062 बच्चों या उनके संरक्षक के खातों में धनराशि डिजिटली ट्रांसफर की गई।

इस अवसर पर सीएम धामी ने कहा कि कोरोना काल में बच्चों के माता-पिता व संरक्षक के चले जाने की भरपाई करना मुमकिन नहीं है। परंतु राज्य सरकार एक अभिभावक की तरह इनका हमेशा ध्यान रखेगी। जिलों में डीएम इनके सह अभिभावक के रूप में काम करेंगे। सीएम ने कहा कि जिन बच्चों ने अपनों को खोया है, वे असहाय महसूस न करें। मुझे अपने मामा की तरह समझें। उनके सुख दुख में खड़ा साथ रहूंगा।सीएम ने कहा कि कोरोना काल मे अनाथ बच्चों के लिए भी नौकरियों में पांच प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण की व्यवस्था की जाएगी।

अनाथों की बुआ बनकर हरसंभव मदद करूंगी: रेखा आर्या

इस अवसर पर महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि यह बहुत मुश्किल घड़ी है। वात्सल्य योजना सरकार के मानवीय चेहरे को बताता है। कोरोना ने हमसे बहुत कुछ छीना है। हर किसी ने अपने किसी को खोया है। हमें इस दर्द से संघर्ष करके आगे बढ़ना है। म मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना अन्त्योदय की परिकल्पना को साकार करती है। यह योजना बच्चों को सामाजिक, आर्थिक और मानसिक तौर पर सशक्त करेगी। सरकार इनके अभिभावक की भूमिका का निर्वाह कर रही है। उन्होंने कहा कि जितने बच्चों ने महामारी में अपनों को खोया है, मैं उनकी बुआ हूँ और बुआ होने के नाते हर समय उनकी मदद के लिए तैयार रहूंगी।

क्या है वात्सल्य योजना

कोरोना काल मे अपने माता पिता या कमाऊ सदस्य को खो देने वाले असहाय बच्चों की देखरेख, शिक्षण, पोषण व संरक्षण की जिम्मेदारी सरकार उठाएगी। वात्सल्य योजना के तहत प्रभावित बच्चों प्रतिमाह 3000 की आर्थिक सहायता के साथ-साथ उन्हें शिक्षा एवं स्वास्थ्य की सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। बच्चों की पैतृक संपत्ति के अधिकार, पुनर्वास व कानूनी अधिकारों की रक्षा के लिए भी सरकार हरसम्भव मदद करेगी

दलवात्सल्य योजना के लिए अब तक 2347 बालक/बालिका चिन्हित किये गये हैं। इसमें 1062 बच्चों को पहली किश्त डिजिटली ट्रांसफर की गई। मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना के संचालन हेतु एमआईएस पोर्टल बनाया जा रहा है, जिसमें समस्त बच्चों का विवरण जनपदों द्वारा ऑनलाइन भरा जायेगा।

दवात्सल्य योजना के लिए अब तक 2347 बालक/बालिका चिन्हित किये गये हैं। इसमें 1062 बच्चों को पहली किश्त डिजिटली ट्रांसफर की गई। मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना के संचालन हेतु एमआईएस पोर्टल बनाया जा रहा है, जिसमें समस्त बच्चों का विवरण जनपदों द्वारा ऑनलाइन भरा जायेगा।

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